आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा: विपक्ष के आरोपों से नाराज अजित पवार, कहा- मैं खुलेआम राजनीति करता हूं- अगर आरोप साबित हुआ तो राजनीति छोड़ दूं, उम्मीदवार के चुनाव बिफरे अजिताेथ; बोले
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राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (सपा) की नेता सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र में भाजपा के साथ गठबंधन को दोषी ठहराते हुए कहा कि पहले दिल्ली में पहचाने जाने की बात को पुख्ता करने के संबंध में उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी किसी के खिलाफ आरोप नहीं लगाया। अजीत समर्थक ने भी एक खबर को खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि जब वह महाराष्ट्र में नामांकन के नेता थे, तब वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए दिल्ली गए थे। अजीत ने कहा कि अगर 2023 में राकांपा द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन करने से पहले उनकी दिल्ली यात्रा के बारे में खबरें सामने आईं तो वह राजनीति छोड़ देंगे और अगर ऐसा नहीं होता है, तो ऐसे आरोप लगाने वालों को राजनीति छोड़ देनी चाहिए।
इस पर बारामती से न्यूनतम सुले ने कहा, ‘मैंने कभी किसी के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया। मैं राजनीति और नीति-निर्माण में विश्वास रखता हूं। सभी समाचार चैनलों ने दिल्ली में सुनील तटकरे के आवास पर मीडिया से बातचीत के दौरान बताया अजीत पवार इस दावे में कहा गया है कि कैसे वह राकांपा में विभाजन से पहले पहचान कर दिल्ली गईं थीं।’
बारामती से सांसद सुले ने कहा, ”जब दिल्ली में समाचार चैनलों ने मेरे अजीत के बारे में पूछा, तो मैं हैरान रह गया। मैंने प्रश्नकाल के दौरान लोकमान्य में डीजे ऐप पर चेहरे की पहचान को आधार से मिलान करने का लक्ष्य उठाया था। मैंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया।’
मीडिया के एक धड़े में प्रकाशित खबरों में दावा किया गया है कि हाल ही में एक अनपेक्षित बातचीत के दौरान अजीत पाठक ने खुलासा किया कि वह दिल्ली गए थे और दोनों पार्टियों (राकांपा और भाजपा) के बीच गठबंधन को लेकर आए थे। अमित शाह से मिलते थे. खबरों के मुताबिक, अजीत ने कथित तौर पर कहा, ”मैं उन बैठकों में भाग लेने के लिए दिल्ली समय हवाई यात्रा के दौरान मास्क और टोपी पहने हुए था।” हवाई यात्रा के लिए मैंने अपना नाम भी बदल लिया था.” ये दावा लेकर आए : … (यूबीटी) और राकांपा (सपा) के नेताओं ने अजित पर उपभोग्य सामग्रियों का इस्तेमाल किया।
हालाँकि, शुक्रवार को नासिक में अविश्वास से बातचीत में अजित ने कहा कि वह ‘खुली राजनीति’ करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं लोकतंत्र में काम करने वाला कार्यकर्ता हूं।’ मुझे कुछ भी छुपाकर राजनीति करने की आदत नहीं है। हालांकि, हमें फर्जी फर्जी खबरों के जरिए फर्जीवाड़ा किया गया है।’
अजीत ने कहा कि उनकी विरोधी महाराष्ट्र में महायुति सरकार द्वारा लागू की जा रही अच्छी गाइडलाइन से बौखलाए गए हैं, इसलिए वे इस तरह की बातें कर रहे हैं। अजीत ने कहा, ‘पहचान दोस्ती मेरे दिल्ली जाने की खबरें हिलती हैं। अगर मैं कहीं जाता हूं तो मैं मित्र मित्र हूं। मुझे किसी से डरने की जरूरत नहीं है। अगर मैं पहचानता हूं कि मेरे जाने की खबरें सही साबित होती हैं तो मैं राजनीति छोड़ देता हूं।