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बांग्लादेश में हिंदुओं की बदहाली पर चुप्पी क्यों? राहुल गांधी पर बरसे अनुराग ठाकुर

लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्षी दलों और विशेष रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। अनुराग ठाकुर ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कई सवाल खड़े किए। लोकसभा के शून्यकाल के दौरान ठाकुर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी अक्सर मानवाधिकारों और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर आवाज उठाते हैं उन्होंने अब तक बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर कोई भी टिप्पणी क्यों नहीं की?

अनुराग ठाकुर ने कहा, “जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा।” ठाकुर ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया।” उन्होंने कहा, “आखिर क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं।” बता दें नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने बृहस्पतिवार को शेख हसीना की जगह बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली।

ओडिशा के ढेंकनाल से भाजपा सांसद रुद्र नारायण पाणि ने भी बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भारत सरकार को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए। पाणि ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमला किया गया है और जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें भगवान जगन्नाथ की मूर्ति पर हमला किया गया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय और दर्दनाक है…।”

पणि ने पूछा, “हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाने के पीछे यह कौन सी मानसिकता है?” उन्होंने कहा कि इससे न केवल ओडिशा के लोगों को बल्कि पूरे भारत के लोगों को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार को बांग्लादेश से बात करनी चाहिए, ताकि दोषियों को सजा मिल सके।”

असम के दरांग-उदलगुरी से भाजपा सांसद दिलीप सैकिया ने भी बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताई और सरकार से भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “भारत चाहता है कि बांग्लादेश में शांति बहाल हो। भारत की बांग्लादेश के साथ 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा है।” उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा भारत-पाकिस्तान सीमा की तरह ही मजबूत होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा हो। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से भाजपा सांसद बिष्णु पद रे ने कहा, “कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस को बांग्लादेश की घटना की निंदा करनी चाहिए, लेकिन वे चुपचाप बैठे हैं।”

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