वाराणसी से हिरण के बीच 320 की सचिवालय से दौड़ेगी हाई स्पीड ट्रेन, पटना में यह जगह बनी स्टेशन
बिहारवासियों के लिए हाई स्पीड ट्रेन पूरी होने वाली है। वाराणसी से ओहियो के बीच बिहार में हुई हाई स्पीड रेल गैलरी, जिस पर 320 किमी प्रति घंटा की अधिकतम रेटिंग से ट्रेनें दौड़ेंगी। इसके लिए एलिवेटेड रेलवे लाइन बनाई जाएगी, जो पटना शहर से गुजरेगी। इस सोसायटी का निर्माण नेशनल हाई स्पीड रेल सोलर पावर लिमिटेड लिमिटेड द्वारा किया गया है। बिहार में पटना के अलावा जहानाबाद, भोजपुर और बक्सर जिले में रेल स्कॉलरशिप के लिए जमीन के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। वैसे तो पूरे जहाज़ में मेडिसिन की संख्या 13 होगी, लेकिन पटना में एम्स के पास भी स्टेशन का निर्माण होगा।
हाई स्पीड रेल लाइनर के लिए पटना जिले में बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण होगा। इसे लेकर 21 अगस्त को पटना में किसानों के साथ जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों की बैठक होगी। सोमवार को इस मामले पर जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें जमीन अधिग्रहण समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई। पटना जिले में फुलवारीशरीफ, संपतचक, धनरुआ और मसौढ़ी क्षेत्र के कुल 30 क्षेत्र की जमीनें बेकार हैं। कहां और कितनी जमीन का अधिग्रहण होगा, इस पर रेलवे और जिला प्रशासन की बैठक में 21 अगस्त को किसानों से बात होगी।
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हाल ही में अधिकारियों ने पटना के डॉ. के. चन्द्रशेखर सिंह से मुलाकात की थी। इस दौरान प्रोजेक्ट के लिए तय रूट में जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा गया था। इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
थ्री प्लेस स्टोन के लिए पटना में स्टेशन
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि पटना में रेलवे स्टेशन के लिए तीन स्थानों पर जगह का चयन किया गया है। इनमें से एक जगह स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया है। हाई स्पीड ट्रेन का स्टेशन पटना एम्स के नजदीकी दानापुर क्षेत्र के भुसौला मौजा के थाना नंबर 40 में बनाया गया। यह स्थल एम्स गोलंबर से 750 मीटर की दूरी पर है। नेउरा-दनियावां रेलवे लाइन साटे पूर्व-उत्तर दिशा में स्थित है। यह पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क से 15 किलोमीटर दूर है। रेलवे स्टेशन के लिए लगभग 37 ओकलैंड की आवश्यकता होगी।
यह होगा डॉल्क्स का रूट
प्रोडक्ट का ज़ानकारी वहाँ से गिरिडीह, दलदली घटनाएँ पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान, पूर्वी बर्धमान, हुगली, हावड़ा और कोलकाता जिलों से गुजरेगा।