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विराट कोहली, बेन स्टोक्स से तेंदुलकर तक, क्रिकेटर जो मेंटल हेल्थ-एंग्जायटी से जूझे, थोर्प ने दे दी जान

नई दिल्ली. डिप्रेशन से जूझ रहे क्रिकेटर ग्राहम थोर्प ने पिछले हफ्ते खुदकुशी कर ली. इसके बाद से ही खेल की दुनिया में मेंटल हेल्थ पर फिर बात हो रही है. हालांकि, यह ऐसा विषय है, जिस पर कभी भी खुलकर बात नहीं होती. वह भी तब जब विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज और कामयाब क्रिकेटर भी एंग्जायटी या मेंटल हेल्थ से जूझ चुके हैं. ग्लेन मैक्सवेल जैसे कई क्रिकेटर मेंटल हेल्थ के चलते ब्रेक ले चुके हैं.

इंग्लैंड के लिए 100 टेस्ट मैच खेलने वाले ग्राहम थोर्प की 5 अगस्त को मौत हो गई. पहले खबर आई कि यह सामान्य मौत थी. फिर ग्राहम थोर्प की पत्नी और बेटियों ने ‘द टाइम्स’ को दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि यह सामान्य मौत नहीं, बल्कि खुदकुशी थी. इसके बाद से ही क्रिकेट जगत में यह बात हो रही है कि मेंटल हेल्थ को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है. हाल ही में कुछ बेहद कामयाब क्रिकेटर भी इससे जूझ चुके हैं.

बेन स्टोक्स को आते थे पैनिक अटैक
इंग्लैंड के टेस्ट कैप्टन बेन स्टोक मेंटल हेल्थ से जूझ चुके हैं. उन्होंने इसके चलते 2021 में छह महीने का ब्रेक भी लिया था. बेन स्टोक्स ने बताया कि उन्हें पैनिक अटैक भी आते रहे हैं. स्टोक्स अब भी एंग्जायटी की दवाइयां लेते हैं.

ग्लेन मैक्सवेल ने भी 2019 में क्रिकेट से ब्रेक लिया था.

ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल बुधवार, 2 दिसंबर, 2020 को कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया के मनुका ओवल में अपने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच के दौरान भारत के खिलाफ बल्लेबाजी करते हैं। (एपी फोटो/मार्क बेकर)

ग्लेन मैक्सवेल ने 2019 में लिया ब्रेक
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने भी 2019 में क्रिकेट से ब्रेक लिया था. इसके बाद तत्कालीन कोच जस्टिन लेंगर ने उनकी मदद की और हौसला बढ़ाया. मैक्सवेल ने लौटने के बाद बिग बैश लीग में अच्छा प्रदर्शन किया.

विराट कोहली

विराट कोहली

जब क्रिकेट से दूर जाना चाहते थे कोहली
विराट कोहली 2014 में उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बना पा रहे थे. लेकिन उन्होंने यह बात तब नहीं बताई थी. विराट कोहली ने 2019 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था, ‘मैं मानसिक तौर पर स्वस्थ महसूस नहीं कर रहे था. मैं उन दिनों क्रिकेट से दूर जाना चाह रहा था.’ हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और बाद में सब ठीक हो गया.

सचिन तेंदुलकर को नहीं आती थी नींद
आपको यकीन करना भले ही मुश्किल हो लेकिन शतकों का शतक बनाने वाले सचिन तेंदुलकर भी एंग्जायटी से जूझ चुके हैं. सचिन बता चुके हैं कि 10-12 साल तक ऐसा वक्त रहा जब मैच से पहले वाली रात में उन्हें नींद नहीं आई. बाद में उन्होंने इसे अपनी तैयारी का हिस्सा मान लिया था. इसके बाद ध्यान बंटाने के लिए मैं खुद को दूसरी चीजों में व्यस्त करना सीख गया था.

सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर

करियर की पीक पर ट्रॉट का संघर्ष
इंग्लैंड के जोनाथन ट्रॉट तो मेंटल हेल्थ के चलते क्रिकेट से दूर ही हो गए थे. वह भी तब, जब वे करियर के पीक पर थे. जोनाथन ट्रॉट एक बार भारत का दौरा बीच में छोड़कर इंग्लैंड लौट गए थे. लौटते वक्त उन्होंने इसकी वजह भारत के मौसम और खानपान को बताया था. बाद में उन्होंने मान लिया था कि वे डिप्रेशन से गुजर रहे थे.

टैग: बेन स्टोक्स, सचिन तेंडुलकर, विराट कोहली

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