जम्मू और कश्मीर

कौन हैं आईपीएस नलिन प्रभात, जो मुश्किल वक्त में होंगे जम्मू-कश्मीर के राज्य, मिला हुआ बड़ा शेयर

जम्मू-कश्मीर के लिए आज नए राज्य के नाम की घोषणा की गई है। हालाँकि वह विशेष एजीडेमी (एसडीजी) के पद पर है। एक अक्टूबर के बाद वह केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुखों की कमान संभालेंगे।

बता दें कि 1992 बाक के आंध्र प्रदेश कैडर के अपराधी अधिकारी नलिन प्रभात ने आपको 30 सितंबर 2024 तक के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस के विशेष अधिकारियों के पद पर नियुक्त किया है। इसके बाद वह 1 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर की रियासत की जिम्मेदारी संभालेंगे।

नोट में बताया गया है कि एजी कम्युनिस्ट पार्टी ने रविवार को आंध्र प्रदेश कैडर के शियाओजी डिजी नलिन प्रभात की तीन साल की पदयात्रा के लिए आपको अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति को मंजूरी दे दी थी। वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी प्रभात वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (साओजी) के उपकरण के रूप में कर्मचारी थे।

आपको बता दें कि वर्तमान में रिक्शा चालक स्वैन रियासत के पद पर हैं। तीसरे बाद नलिन प्रभात इस पद को संभालेंगे। वह हिमाचल प्रदेश के मनाली के मूल निवासी हैं। उनके सबसे पास उग्र विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। उन्होंने पहले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (चिओजी) के अधिकारियों और जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में अतिरिक्त बल के रूप में काम किया है।

नलिन प्रभात का जम्मू और कश्मीर में नौकरी का एक उल्लेखनीय इतिहास रहा है। उन्होंने चरम उग्रवाद के दौर में यहां अपनी सेवा दी है। उन्होंने 2009 के रेड स्क्वायर पर एंटी-फ़िआडन ऑपरेशन का नेतृत्व किया था। उन्होंने पंजाब के होटल पर हमला करने वाले को पकड़ कर पकड़ लिया था। इससे शहर के बीचों-बीच विनाश को बचाया जा सकता है।

प्रतिद्वंद्वी की भूमिका में कदम रखते ही नलिन प्रभात को काफी साहसिक कार्यों का सामना करना पड़ा। जम्मू क्षेत्र में हाल ही में उथल-पुथल मची है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

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