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आ गई दुनिया की पहली लंग्स कैंसर की वैक्सीन! यूके के 67 वर्षीय मरीज को मिला पहला डोज, 7 देशों में ट्रायल शुरू

विश्व का पहला mRNA फेफड़े के कैंसर का टीका: दुनियाभर में कैंसर से होने वाली मौतों का आकड़ा सबसे अधिक है. सबसे ज्यादा मौतें फेफड़ों के कैंसर से होती है. हर साल लगभग 18 लाख लोगों की मौत फेफड़े के कैंसर से होती हैं. कई सालों से डॉक्टर्स इसके इलाज पर रिसर्च कर रहे थे. अब इसे हराने के लिए दुनिया की पहली mRNA लंग्स कैंसर वैक्सीन लॉन्च की गई है. एक वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है, जो कोविड-19 वैक्सीन के तरह मैसेंजर आरएनए (mRNA) का उपयोग करती है. यह ट्रायल 7 देशों में शुरू हुआ है.

इस वैक्सीन की पहली टेस्टिंग यूके के 67 वर्षीय व्यक्ति जानूस रैक्ज पर की गई. एमआरएनए तकनीक का उपयोग करके फेफड़ों के कैंसर के नए टीके का परीक्षण करने वाले यह पहले व्यक्ति होंगे. शुरूआती स्टेज में वैक्सीन शरीर के कैंसर कोशिकाओं का पता लगाएगा. द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, इस वैक्सीन का नाम BNT116 है. यह BioNTech द्वारा विकसित की गई है. सफल होने पर यह कैंसर के इलाज में क्रांति ला सकती है. इस ट्रायल को 7 देशों के 130 मरीजों पर किया जाएगा. इन देशों में यूनाइटेड किंगडम (UK) के अलावा अमेरिका, जर्मनी, हंगरी, पोलैंड, स्पेन और तुर्की का नाम भी शामिल है.

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लंग्स कैंसर के शिकार जानूस रैक्ज को उम्मीद है कि उनकी भागीदारी से भविष्य के विकास में मदद मिलेगी. ब्रिटेन में वैक्सीन की 6 खुराक इंग्लैंड और वेल्स में उपलब्ध हैं. पहली खुराक मंगलवार को जानूस रैक्ज को दी गई. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह टीका कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें किल करता है. इसका उद्देश्य, कीमोथेरेपी से अलग है. यह कैंसर के मरीजों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. यह टीका नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर (NSCLC) के इलाज के लिए बनाया गया है, जो इस बीमारी का सबसे आम रूप है.

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