सीएम ने फैसला लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी, खैर ही नहीं की घोषणा; कांग्रेस-पवार से बोले उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र में इसी साल अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। महा विकास अघाड़ी में घटक दल एक-दूसरे पर दबाव बना रहे हैं। युवा बाला साहेब ठाकरे सेना गुट का नेतृत्व कर रहे हैं युवा बाला साहेब ठाकरे सेना गुट का नेतृत्व कर रहे हैं युवा बाला साहेब ठाकरे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरदचंद्र पवार से कहा है कि विधानसभा चुनाव से पहले सहयोगियों के बीच मुख्यमंत्री का सामना करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आप चाहें तो सार्वजनिक रूप से उस नाम की घोषणा भी नहीं कर सकते।
यूक्रेनी ठाकरे ने कांग्रेस और गर्लफ्रेंड नेतृत्व के बारे में इस बारे में बताया है। वे या तो मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी उम्मीदवार का चयन करें या फिर उनका नाम स्वीकार कर लें। यूनिवर्सल कॉन्स्टैंट ने अपने साथ बैठकों में इस अंक को मुद्रित किया है और सार्वजनिक रूप से भी इसे दोहराया है।
युवा ठाकरे ने कांग्रेस और युवतियों के साथ पिछली बैठक में कहा था, ”मैं नहीं चाहता कि बीजेपी के साथ हमारा अनुभव खत्म हो जाए. हम 25-30 साल से साथ थे और हम इस बात पर सहमत थे कि सबसे बड़ी पार्टी बनने वाली पार्टी का इस तर्क से यदि आप बहुमत से जीतते हैं तो आप मुख्यमंत्री बनेंगे। इसलिए मैं आपके साथ गठबंधन का उद्देश्य क्या रखूंगा?
इससे पहले कांग्रेस के एक नेता ने कहा था कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महा विकास आघाड़ी (एमवीई) के घटक सिद्धांतों के बीच सीट का मुख्य मानकीकरण की क्षमता होगी और इस पर काम पूरा करने के लिए जल्द से जल्द काम किया जाएगा। कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष नसीम खान ने बताया कि एमवी ने पहले ही अपने चुनाव एवं प्रचार कार्यक्रम में भाग लिया था और 16 अगस्त को अपने विवेक से एक संयुक्त बैठक भी आयोजित की थी।
उन्होंने कहा, ”जीत की संभावना सहयोगी दलों के बीच सीट डिस्टर्ब का आधार होगी और इस पर जल्द से जल्द पूर्ण तरीके से काम किया जाएगा।” खान ने एमवीई की जीत की उम्मीद करते हुए कहा, ”लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा ”निश्चित रूप से दोगुने जाएंगे।” उन्होंने दावा किया कि ‘महायुति’ (सार्वजनिक विपक्षी, भाजपा और राकांपा शामिल हैं) के समर्थक वादे और फर्जी बातें सबसे ज्यादा सामने आई हैं।