जम्मू-कश्मीर में भारत गठबंधन को झटका, ओबामा की पीडीपी में अकेले लड़ने की तैयारी
लोकसभा चुनाव में भारतीय गठबंधन की तैयारी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बिखराव पर नजर बनी हुई है। इंडिया अलायंस के मंच पर साथ-साथ दिखने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीआईपी की दूरी दिख रही है। विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर आज जब पूर्व मुख्यमंत्री और पी पी के मुखिया हाबा से मुफ्त में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”हम हमेशा अकेले लड़ते हैं। परेशानी दूर करने के लिए लड़ रहे हैं।”
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन हो चुका है। दोनों के बीच सहमति पर भी समझौता हो गया है। इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर कोई दल साथ आता है तो उसका स्वागत है। अब पीआईपी के बयान से तो साफ लग रहा है कि इस चुनाव में त्रिदल के साथ सामूहिक चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं।
हाबा की बेटी ने बिजबेहरा सीट से की तलाश
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष ओबामा फ्री की बेटी इल्तिजा फ्री मंगलवार को फिलाडेल्फिया के मैदान में उतरने वाली फ्री परिवार की तीसरी पीढ़ी की नेता बन गईं। इल्तिजा ने जम्मू-कश्मीर में पार्टी के गढ़ बिजबेहरा विधानसभा सीट से पीपीआई उम्मीदवार के रूप में नामांकित पद पर नियुक्ति की। अपनी मां ओबामा मुफ्ती और सैकड़ों प्रतिशत के साथ इल्तिजा मुफ्ती ने बिजबेहरा विधानसभा सीट के लिए अपना नामांकन नामांकित किया। इस सीट के प्रतिनिधि पिछले चार कार्यकाल से अपने परिवार के करीबी नेता अब्दुल रहमान वीरी कर रहे हैं।
नामांकित नियुक्ति के बाद एलिजाबेथ से बात करते हुए इल्तिजा फ्री ने कहा कि वह विधानसभा में ”कश्मीर के लोगों के साथ अन्याय और आंदोलन” का आतिथ्य मांगेंगी। उन्होंने कहा, ”मैं हमेशा सच्चाई के साथ खड़ी हूं और आगे भी ऐसा ही देखती हूं।”
इल्तिज़ा मुफ़्ती ने कहा कि यह उनके लिए बहुत ही यादगार पल है क्योंकि उनकी मां इब्राहिम मुफ़्ती और नाना मोहम्मद सईद ने भी पहली बार बिज़बेहरा सीट से इलिनोइस मैदान पर कदम रखा था। सईद ने 1962 में दक्षिण कश्मीर की इस सीट से जीत हासिल की थी, जबकि हाबा फ्री ने 1996 में इस सीट से जीत के साथ राजनीति में कदम रखा था।
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