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दाग-धब्बों को न करें इग्नोर, हो सकता है कुष्ठ का संकेत, पहुंचे यहां होगा मुफ्त इलाज

धनबाद: जिले में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 28 अगस्त से 13 सितंबर 2024 तक कुष्ठ रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य जिले में छिपे हुए कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उन्हें मुफ्त में इलाज उपलब्ध कराना है. इस अभियान का प्रथम चरण सफलतापूर्वक पूरा हुआ है. सिविल सर्जन सभागार में सिविल सर्जन डॉ. चंद्रभानु प्रतापन की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई.

कुष्ठ रोग एक बैक्टीरियल संक्रमण है
Local 18 से बात करते हुए जिला कुष्ठ अधिकारी (DLO) डॉक्टर मंजू दास ने बताया कि कुष्ठ रोग एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो मुख्यतः त्वचा और नसों को प्रभावित करता है. यदि कोई बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश कर जाता है, तो यह 14 दिनों तक निष्क्रिय रह सकता है. यदि व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) मजबूत है, तो बैक्टीरिया शरीर में फैलने में असमर्थ रहता है और इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता, लेकिन जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उनमें यह बैक्टीरिया धीरे-धीरे बढ़ता है और 20 साल तक शरीर में रह सकता है. इसके लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं, और कुछ मामलों में यह संक्रमण 40 साल तक भी देखा गया है.

शरीर पर दाग-धब्बे है तो तुरंत दिखाएं
डॉक्टर मंजू दास ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के शरीर पर दाग या धब्बे हैं और उसे संदेह है कि यह कुष्ठ रोग हो सकता है. तो उसे तुरंत सरकारी अस्पताल में जांच और इलाज कराना चाहिए. सरकारी अस्पतालों में कुष्ठ रोग का इलाज पूरी तरह से मुफ्त उपलब्ध है. इस अभियान के दौरान, जिला प्रशासन ने लोगों को कुष्ठ रोग के बारे में जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए हैं. उन्हें समय पर इलाज मुहैया कराया जा सके.

जितनी जल्दी बीमारी का पता, उतना ठीक होने का चांस
इस अभियान की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि कितने रोगियों की पहचान कर उन्हें तुरंत इलाज से जोड़ा जाता है. जितनी जल्दी बीमारी का पता चलेगा, उतना ही जल्दी मरीज ठीक हो सकता है. सरकार की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कुष्ठ रोग को पूरी तरह से समाप्त करना है. इसके लिए सरकार विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रही है. कुष्ठ रोगी खोज अभियान के दौरान, स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर लोगों की जांच करेगी.

जिन लोगों में कुष्ठ रोग के लक्षण पाए जाएंगे, उन्हें तुरंत इलाज उपलब्ध कराया जाएगा. सरकारी अस्पतालों में इस बीमारी की दवा बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है. ताकि कोई भी व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे. इस अभियान के अंतर्गत, धनबाद जिले में एक भी कुष्ठ रोगी को बिना इलाज के नहीं छोड़ा जाएगा. सरकार का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द इस बीमारी का उन्मूलन किया जा सके.

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