पंजाब

पंजाब में फिर से किसान और पुलिस, इलाके में भारी तनाव; दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे पर क्या है विवाद?

दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए पंजाब के मालेरकोटला में जमीन अधिग्रहण के लिए किसान और प्रशासन का निर्माण सामने आया है। किसान भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे हैं। रविवार को नाराज किसानों ने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी और पुलिस से मारपीट की। किसानों के विरोध के बावजूद मंगलवार को यहां पुलिस ने जमीन पर कब्जा कर लिया। इसके बाद बधवार को भारतीय किसान यूनियन के सदस्य विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस की ओर से बैरिकेडिंग तोड़ दी। पुलिस ने उन्हें वहां से भगाने की कोशिश की। इससे अंतिम संस्कार मच गया। बड़ी संख्या में किसान हाथों में लाठी-डंडे और झंडे लेकर वहां पहुंचे थे। पुलिस बार-बार बैरिकेडिंग लगाती है और किसान उसे हटा देते हैं।

किसानों और पुलिस के बीच ताजा मैदान से इलाके में भारी तनाव है। प्रशासन ने एहतियत बरते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया है। पुलिस के साथ किसानों की नाराजगी यह घटना आज शाम दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एक उच्च संवैधानिक बैठक से पहले हुई है। बैठक में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अलावा पंजाब सरकार के अधिकारी भी शामिल हो रहे हैं। इस बैठक में दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए जमीन अधिग्रहण और जारी समस्याओं की रिपोर्ट पेश की गई है।

किसानों की जमीन पर कब्जा कर लिया गया

मलेरकोटला के गांव शेरोद में किसानों की जमीन का दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के लिए प्रशासन ने अधिग्रहण कर लिया था, लेकिन कम कीमत के विरोध में जमीन मालिक ने कब्जा करने पर सहमति नहीं जताई। आज पुलिस बल के साथ प्रशासन ने जमीन पर कब्जा कर लिया था लेकिन किसानों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच जोरदार हंगामा हुआ और भारतीय किसान यूनियन ने जमीन पर कब्जा कर लिया। मौस पर भारी पुलिस बल की स्थापना की गई है।

पंजाब सरकार ने पुलिस सुरक्षा में सुधार प्रक्रिया पूरी तरह से नीचे दिए गए आदेश दिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को नई दिल्ली में पंजाब में चल रहे नेशनल हाईवे अथॉरिटीज ऑफ इंडिया (एनएच आर्किटेक्चर) के प्रोजेक्टों की समीक्षा बैठक से पहले एक्शन में आई पंजाब सरकार ने एक दिन पहले एनएच-अधिगृह प्रोजेक्ट्स के लिए भूमि अधिग्रहण मामलों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाने की घोषणा की। के आदेश दिए गए। ग्राउंड एक्वायर करने की प्रक्रिया में एनएच मराठा और किसानों के बीच तनाव की स्थिति को देखते हुए पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने जमीन एक्वायर करने की प्रक्रिया में पुलिस सुरक्षा बल की नियुक्ति के लिए जमीन एक्वायर को पत्र दिया। करने के आदेश नीचे दिए गए हैं।

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किसान कर रहे विरोध का कारण नहीं मिल रहे किसान

मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने रियासत को पत्र लिखकर दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के दो प्रमुख स्थलों की जमीन पर अधिग्रहीत करने के लिए पुलिस बल गठित करने की बात कही थी। जहां से यह एक्सप्रेस और वेय्सियन है, उसका 1.34 किलोमीटर का हिस्सा मालेरकोटला में दूसरा 1.25 किलोमीटर का हिस्सा कपूरथला में आता है। यहां एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए किसानों की जमीन एक्वेयर करने की प्रक्रिया में समझौता नहीं होने के कारण भारी विरोध चल रहा है। मुख्य सचिव ने एनआईएच के साथ मिलकर प्लांट मालेरकोटला और कपूरथला के साथ भारी पुलिस बल की नियुक्ति में सरकारी प्रक्रिया पूरी करने को कहा है, ताकि प्रवेश की रिपोर्ट की बैठक में पेशी की जा सके।

पंजाब से गुजरेगा 295 किलोमीटर लम्बाई एक्सप्रेस वे

पंजाब सरकार ने राज्य में रुकी हुई पाइपलाइन पर काम फिर से शुरू करने की प्रक्रिया में तेजी ला रही है। सरकार ने किसानों को उनकी लैपटॉप भूमि के लिए समर्थित पासपोर्ट की सदस्यता दी है। साथ ही, उन्हें अवैध व्यवसाय के विरुद्ध कानूनी मित्रों से भी अपील की जाती है। हाल ही में मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने चंडीगढ़ में सभी व्युत्पत्तियों के साथ क्रिस्टोफर की बैठक की थी। वर्मा ने बताया कि वह हर शुक्रवार को चल रही राजमार्गों, विशेष रूप से दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे की प्रगति और निर्माण कार्यों में आने वाले रेलवे स्टेशनों को दूर करने के लिए कार्रवाई की समीक्षा कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पंजाब से 295 किमी लंबी मुख्य एक्सप्रेस वे की 255 किमी भूमि पर शुक्रवार को एनएच खंड पर कब्जा कर लिया गया और 30 सितंबर तक 25 किमी भूमि पर कब्जा कर लिया गया। इसके साथ ही राज्य में एक्सप्रेस वे के कुल हिस्सों का लगभग 95 प्रतिशत हिस्सा साफ हो जाएगा और शेष 15 किमी, जो कि स्टाइक बाजीगरी या अन्य स्कॉलरशिप का सामना कर रहा है, का भी समय पूरा हो जाएगा।

नैरोटिन बौद्ध ने दी थी थी हाईवे परियोजना रद्द करने की चेतावनी

सेंट्रल रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्ट्री के डिप्टी डायरेक्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को 10 अगस्त को चेतावनी भरा पत्र लिखा था। करिश्मा ने कहा कि अगर पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ नहीं हुई तो एनएचआईए आठ और हाईवे प्रोजेक्ट रद्द कर दिए जाएंगे। इन प्रोजेक्ट की कुल लागत 14,288 करोड़ रुपये है। चौधरी ने यह पत्र दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण में हो रही हिंसक घटनाओं के बाद लिखा था। उन्होंने एनएचआई के अधिकारियों, व्यवसायियों और उनके कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए भूमि अधिग्रहण से जुड़ी संपत्तियों को भी उठाया था। वैश्या ने मन से इस मामले में व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की थी।

(रिपोर्ट: मोनी देवी)

रिपोर्ट: मोनी देवी

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