उत्तर प्रदेश

प्यार में पागल हो गया ‘गजराज’, हथिनियों के लिए तोड़ दी जंजीरें, हाथी को सलाम में कहा गया वन विभाग की टीम

प्रभात खडी. अब तक आपने इंसानों की प्रेम कहानियां कई बार सुनी होंगी। मगर शायद ही पहले कभी किसी जानवर के प्यार में पागल होने की कहानी हो। सिद्धार्थ खेड़ी के दुधवा टाइगर रिजर्व में एक हाथी का प्यार पागल हो गया है। हाथी को हथिनी से प्यार हो गया है. प्यार में पागल हाथी गजराज ने मजबूत लोहे की बेड़ियों को हथीनियों के पीछे जंगल में भाग दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है.

अनमोल मामला रैयत खेडड़ी के सलूकापुर बेस कैंप का है। जहां पर दुधवा के पेट हाथी के साथ 6 साल का गजराज भी रहता था। लेकिन आजकल गजराज पर प्रेम का भूत सवार है। उन्होंने प्रशासन पार्क के द्वारा आयरन की मजबूत जंजीरों को तोड़ दिया है। उसके बाद गजराज हथीनियों का प्यार जंगल के अंदर हो गया। गजराज के जंगल में बाघ होने की सूचना पर पार्क प्रशासन में बाघ मच गया। अन्य-अनलॉक में पार्क प्रशासन के महावत और कर्मचारी गजराज की खोज में गए हैं।

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उन्होंने गजराज को जब जंगल में देखा तो, उसे वापस ले जाने के लिए उसके मनपसंद केले गुड़ और चने खाये। बहला-फुसलाकर सलूकापुर कैंप कैंप वापस लेने की कोशिश की। लेकिन वह सभी कोशिशें प्रेम में दीवाने गजराज को वापस बेस कैंप में लाने में सफल नहीं हो पाईं। प्रशासन कांस्टेंट पार्क किसी भी तरह से गजराज को वापस लाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन गजराज आने के मूड में नहीं लग रहा। गजराज के पास पहले चार हाथीनियों को भी हाथी चालने के लिए ले जाया गया था, लेकिन जब उन्हें जंगल की ओर चराने के लिए ले जाया गया, तो गजराज ने भी अपने पिछले हिस्से को तोड़ दिया।

दुधवा टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टरी टी.आर.आदिवासियों ने बताया कि जब भी किसी नर हाथी के टेस्टोस्टेरोन हार्मोन्स बढ़ते हैं, तो वह मीटिंग के लिए उतावला हो जाता है। धीरे-धीरे वह अपना आपा खो देता है। गजराज के बम की सूचना के बाद बेस कैंप में मौजूद मादा हथनी चंपाकली और रूपकली को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया था। उसके बाद गजराज आर्किटेक्ट हो गया और जंजीरों को स्टोरीज जंगल की तरफ से अलग कर दिया गया। हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बेस कैंप में ले आएं। गजराज की ये मोहब्बत की दास्तां प्रशासन पार्क के लिए चुनौती बनी हुई है। लगातार प्रशासन दीवाने बने गजराज को वापस लाने के लिए जी को तोड़ने की कोशिश कर रहा है लेकिन सफल नहीं हो पा रहा है।

वहीं दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर ललित वर्मा ने बताया कि दुधवा टाइगर रिजर्व में इस समय नर और मादा, कुल मिलाकर 25 हैंडियों का परिवार रहता है। इस परिवार में 6 साल का गजराज नाम का यह हाथी सभी का दुलारा है। हाथी एक पारिवारिक पृष्ठभूमि में रहने वाला जानवर है। अधिक दुलार के जीवित गजराज जिद्दी मित्रों का हो गया है। जो यह जिद कर ले जाता है उसे पूरा करके ही इंगित करता है। लेकिन हम हर तरह से कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द रूठे हुए गजराज को बेस कैंप ले आएं। गजराज के दीवाने की चर्चा हर जगह की जा रही है।

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