गोरखपुर समाचार: फर्जी स्टैम्प बनाते थे लाखों की हिस्सेदारी, गैंग के सरगना सहित दो को एटीएस ने पकड़ा
गोरखपुर. यूपी एटीएस ने गोरखपुर से दो स्टांप शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 6.94 लाख रुपये के फर्जी स्टाम्प पेपर और 72 हजार रुपये के स्टाम्प टिकट बरामद हुए। शिक्षकों की पहचान बिहार प्रदेश के सिवान जिले के नवाब आरजू न्यालय और वृद्ध कुमार यादव के रूप में हुई है। नवाब आरजू गैंग का किंगपिन है। किंगपिन कैथोलिक कैबिनेट की वांटेड और 25,000 की पूर्ति थी।
कुछ दिन पहले ही बिहार पुलिस ने इसी गिरोह के लोगों को पकड़ा था
बता दें कि बिहार पुलिस ने कुछ दिन पहले ही इसी गिरोह से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था. जबकि इसी साल 5 अप्रैल को गोरखपुर के कैंट थाने की पुलिस ने नवाब के पिता कमरुद्दीन, साहब जादे, ऐश मोहम्मद, त्रिशूर दीक्षित, नंदलाल प्रसाद और संतोष गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को इसी मामले में नवाब की तलाश थी. गिरोह के सदस्य अन्य भी एटीएस की राय पर हैं।
एटीएस के आईजी ने बताया कि कैसे खरीदा गया अपार्टमेंट बनाया जा सकता है
लखनऊ में एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बिहार का ये सिंडिकेट फिर से सक्रिय है। नवाब अपने साथियों के साथ गोरखपुर में फर्जी स्टाम्प और टिकट पोस्ट करने वाला है। जिसके बाद एटीएस की वाराणसी और गोरखपुर इकाई की स्थापना की गई। बिल्डरों के आधार पर टीम ने घेराबंदी करके नवाबों और हिंदुओं को गिरफ़्तार कर लिया। पिछले साल भी नवाब को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।
पहले प्रकाशित : 1 सितंबर, 2024, 20:33 IST