
‘डैड, क्या आप मरने वाले हैं? मेरी शादी में होंगे आप?’ बेटी के सवाल, जिसने बदल दी कैंसर ग्रस्त पिता की जिंदगी, मौत को दी मात
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Inspiring cancer survivor stories: जब जीवन के सबसे अंधेरे पल हमें घेर ले, तो कैसे एक इंसान अपनी उम्मीद और संघर्ष से रोशनी की राह ढूंढ सकता है, यह कैंसर सर्वाइवर अर्जुन सेन की कहानी से पता चलता है. 100 दिन की जिंदगी की चेतावनी…और पढ़ें
प्रेरणादायक कैंसर से बचे लोगों की कहानियाँ: जीवन में कठिनाई चाहे जैसी भी हो, उम्मीद और संघर्ष से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है. कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी का सामना करते हुए कैंसर सर्वाइवर अर्जुन सेन ने न केवल अपने जीवन को संजीवनी दी, बल्कि दूसरों के लिए भी उम्मीद की रौशनी बन गए. कैंसर के साथ उनकी संघर्षपूर्ण यात्रा, सकारात्मक दृष्टिकोण और अडिग इच्छा शक्ति ने उन्हें जीवन के हर पल को जीने की प्रेरणा दी. आज अर्जुन का जीवन यह सीख दे रहा है कि ‘बुरे हालातों में हार मानने से नहीं, बल्कि हर चुनौती को अवसर में बदलना ही दरअसल जीने का सही तरीका होना चाहिए’.
कैंसर की वह डरावने दिन–
तब मैं सिर्फ 32 साल का था और मीटिंग के बीच अचानक मुझे खून की उल्टियां होने लगीं. जैसे ही मैं अस्पताल पहुंचा, मेरी दुनिया बदल गई. एक पल पहले मुझे प्रमोशन मिल रहे थे, और अगले ही पल मेरी मेडिकल रिपोर्ट्स में लिखा था, ‘कैंसर’. डॉक्टरों ने कहा, ‘अर्जुन, तुम्हारे पास 100 दिन से भी कम का वक्त है.’ 100 दिन – बस. ठीक एक दिन पहले मैं खुद को विनर महसूस कर रहा था, और अब मैं इस हालात में था…