कोलकाता

दिन जिस ममता ने एक ही फ्लैट अपराजिता बिल, रात कोलकाता के 5 सितारा होटल में महिला से मुलाकात की

कोलकाता की सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या से पश्चिम बंगाल की ममता सरकार चाहुनोर पर है। इस बीच, ममता सरकार ने राज्य में नामांकन और महिला एवं बाल नामांकन के मामलों से लेकर मध्य प्रदेश को श्रमिक संघ के लिए अपराजिता बिल पेश किया, जिसे अभ्यर्थियों से पारित कर दिया गया था, लेकिन जिस दिन कोलकाता विधानसभा में यह विधेयक पारित हुआ, उसी रात वहां के एक मशहूर पांच सितारा होटल में एक महिला की तलाश होने की खबर है।

पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक दिल्ली का रहने वाला है। आरोप है कि होटल में एक पक्ष की ओर से महिला के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई। महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, घटना मंगलवार रात करीब 11.50 बजे हुई। चार ने महिला और उसकी बहन के साथ भी किया झगड़ा। आरोप है कि दोनों आरोपियों ने गलत तरीके से उन्हें रेस्टॉरेंट और रेस्टॉरेंट बनाने के लिए गंभीर दंड देने की धमकी भी दी।

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों में से एक की पहचान दिल्ली के पीतमपुरा इलाके के निवासी अरुण कुमार के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 60 साल है, जबकि दूसरे की पहचान कोलकाता के ही 43 साल के रिंकू गुप्ता के रूप में हुई है। पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक अरुण कुमार फाइव स्टार होटल में ठहरे हुए थे और रिंकू गुप्ता को रिंकू गुप्ता ने होटल में बुलाया था। बाद में दोनों ने पीड़ित महिलाओं से मुलाकात के दौरान होटल में चल रही पार्टी की शुरुआत की।

बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार को ही सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी की रिहाई हुई है, जिसमें पंथ की मौत हो गई या उसकी ‘कोमा’ स्थिति में जाने पर आदर्श के लिए मृत्युदंड का प्रस्ताव रखा गया है। विधानसभा में समाजवादी पार्टी की ओर से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका में बेरोजगारी की मांग करते हुए कहा, ”महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई प्रभावी कानून लागू नहीं कर सकते।” ‘

‘अपराजिता महिला एवं बाल घोटाले (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून एवं संशोधन) घोटाला 2024’ का उद्देश्य बलात्कार और यौन उत्पीड़न से संबंधित नए उद्यमियों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को मजबूत करना है। फ्लोरिडा, हाल में जारी भारतीय न्याय संहिता (बी शियाओस) 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 कानून और पॉक्सो (यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम 2012 के पश्चिम बंगाल में संशोधन का प्रस्ताव है। इस कदम का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हिंसा के जघन्य कृत्य की त्वरित जांच और सुनवाई का मार्ग प्रशस्त करना और सजा को कठोर बनाना है।

कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त को एक डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की घटना के बाद जारी व्यापक प्रदर्शन के प्रदर्शन के बाद, यह क्लिनिक पेशी और पास करने के लिए विधानसभा का दो विशेष सत्र बुलाया गया था। (भाषा इंजीनियरिंग के साथ)

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