मध्यप्रदेश

आईआईटी, आईआईएम की चमक क्यों बढ़ रही है फीकी, गरीब छात्रों में गिरावट की क्या है वजह? यहां पढ़ें विवरण

आईआईटी-आईआईएम प्लेसमेंट 2024: इंजीनियरिंग और एमबीए करने वाले ज्यादातर युवाओं की पहली पसंद और आईआईएम है। इन दोनों के संग्रह से पढ़ाई करने वाले का ज्यादातर मकसद अच्छी नौकरी वाली नौकरी पाना होता है। लेकिन इस साल इन दोनों एल्बमों में किताबों के बीच मिलने वाली छुट्टियों में भारी गिरावट देखने को मिली है। आईआईटी बॉम्बे में इस साल 4 लाख रुपये से लेकर 6 लाख रुपये तक के वार्षिक पैकेज वाले जॉब ऑफर स्वीकृत किये गये हैं. वहीं आईआईएम फाईल में पिछले वर्ष से भी अंतर हो गया है और फाईल पेपर में भी गिरावट आई है।

आईआईएम से पढ़ाई करने के लिए लोग काफी मेहनत और पैसा भी खर्च करते हैं। इसके बावजूद यदि किरायेदारी और किराये अच्छे नहीं हैं, तो यह चिंता का विषय है। इन दोनों एल्बमों में एल्बम और दस्तावेज़ों की फीकी रिकॉर्डिंग के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसके बारे में नीचे विस्तार से जान सकते हैं.

टीमलीज एजुटेक के सैकाओ जयदीप केलरामानी के अनुसार इस तरह के साइकल कुछ सागर में आते हैं। यह ग्लोबल हेडमेट का मामला पिछले काफी महीनों से बना हुआ है। साल 2014 में 50 से ज्यादा देशों में इलेक्शन चल रहे हैं। जो इंडिया के टेक्नोलॉजी मार्केट हैं जैसे यूके, यूएस आदि डेवलेप देश हैं, वहां भी इलेक्शन चल रहे हैं। उस महल को हाल ही में देखा गया, टेक्नोलॉजी सेक्टर में जो बड़ी डील हो रही है वह काफी स्लो हो रही है। हमें उम्मीद है कि 2025 में ही ये सारा इलेक्शन पूरा हो जाएगा और नई डील शुरू हो जाएगी और इकोनॉमी फिर से शुरू हो जाएगी, तो फिर से शुरू हो जाएगी।

पहचान और आईआईएम की अपनी एक पहचान होती है। साथ में ही उन बच्चों का भी अपना-अपना नाम है, जो इस कंपीटिशन एग्ज़ामिनेशन को पास करके यहां आते हैं। फिर चार साल, दो साल का कार्यक्रम पूरा हो गया। वे सभी देशों के बेहतरीन उत्पाद होते हैं। वे सभी बेस्ट लेबल लेबल के नामांकित होते हैं। अभी छोटी सी साइकिल वाली गली है, इसलिए इन विद्वानों ने निर्णय लिया कि छात्रावास से अच्छा प्रशिक्षण लिया जाए, ताकि मानवता की शुरुआत हो सके। बाद में उसका उपयोग जा सैक.

एक अन्य विशेषज्ञ बता रहे हैं कि आज कल के छात्र संस्थान से हटकर अभ्यर्थी क्या ला रहे हैं, उस पर फोकस कर रहे हैं या सीधे शब्दों में बोल रहे हैं, तो छात्र पर फोकस कर रहे हैं।

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