गायत्री मंदिर में बेटों के साथ मुस्लिम महिला, बिखरी हुई भीड़, अंदर देखा तो चला रहा था वैदिक मंत्र
मंदसौर में महिला पति की टिप्पणी से परेशान मुस्लिम धर्म ने छोड़ दिया हिंदू धर्म अपना लिया।महिला ने अपने दो बच्चों के साथ गायत्री मंदिर और धर्म परिवर्तन कर लिया।
मंदसौरः मध्य प्रदेश के मंदसौर में पति के जुल्मों से तंग आकर एक मुस्लिम महिला ने अपने दो बच्चों के साथ धर्म परिवर्तन कर सनातन धर्म को अपना लिया है। हिंदू धर्म निषेध के बाद मेहनाज का नाम मीनाक्षी हो गया। वहीं महनाज के दोनों बच्चों फरान (12) और फैजान (11) का नाम लव-कुश रखा गया है। महिला जिले के धमनार गांव में रहने वाली है। मेहनाज बीजी ने इस्लाम धर्म का त्यागकर वैदिक सिद्धांत से लेकर हिंदू धर्म संप्रदाय की मांग की।
पति की पत्नी से थी मेहनाज
मंदसौर के धमनार गांव में रहने वाली मेहनाज ने बताया, ‘उसका पति एक दिन लड़ाई-झगड़ा करके आया था, जिससे उसने धर्म परिवर्तन कर लिया। हिन्दू धर्म में महिलाओं की समानता है। परिवार वालों को अपने धर्म परिवर्तन पर विश्वास है। लेकिन उसे हिंदू धर्म कई प्राचीन से अच्छा लगता था।’ पिछले दिनों उनका साक्षात्कार चेतन्य सनातनी से हुआ। उन्होंने इसमें हिंदू धर्म के निषेध की प्रक्रिया बताई है। इसके बाद मेहनाज ने गायत्री मंदिर में वैदिक विधि विधान के साथ सनातन धर्म को अपना लिया। अब तक 45 लोगों को सनातनी बनाने वाले चैतन्य सनातनी की व्याख्या में महनाज ने अपने दोनों बच्चों के साथ हिंदू धर्म की व्याख्या की।
वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हिंदू धर्म संप्रदाय
मंदसौर में काला खेत स्थित गायत्री मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ महिला और उसके दोनों बेटों को दूध-दही, शहद, गंगाजल, गोमूत्र और गोबर से स्नान कराया गया। इसके बाद मेहनाज ने अपने बच्चों के साथ गायत्री मंदिर में विधि-विधान के साथ मुस्लिम धर्म का त्याग कर हिंदू धर्म अपना लिया। करीब 1 घंटा मंत्रोच्चारण कर के बाद सभी का जन्म हुआ। सनातन धर्म में वापसी करने वाली मेहनाज बी का नाम मीनाक्षी रखा गया। वहीं दोनों बच्चों के नाम भी बदल गए. फैजान का नाम कुश और फरान का नाम लव रखा गया।
15 साल पहले हुआ था महनाज का तलाक
15 साल पहले धमनार गांव के रहने वाले अख्तर खान से महनाज (मीनाक्षी) का तलाक हुआ था। शुरू के एक-दो साल में सब कुछ ठीक हो गया लेकिन बाद में पति के साथ सास पर भी अत्याचार हुआ। मेहनाज भी धर्म परिवर्तन करने वाले हिंदू विवाह मंडल के अध्यक्ष चैतन्य राजपूत सनातनी थे जो 2 साल पहले मुस्लिम धर्म को ख़त्म कर सनातन धर्म में आये थे। उन्होंने ही महनाज बी को सनातन धर्म अंगीकार किया।
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पहले प्रकाशित : 6 सितंबर, 2024, 07:19 IST