सैकड़ों बीघे जमीन के बीचोबीच भव्य बंगला, ईडी के अनुसार संदीप घोष की अकूत संपत्ति
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2021 में वित्तीय वर्ष 2021 में कोलकाता में शुक्रवार को कोलकाता और पड़ोसी स्टॉकहोम में आरजी कर अस्पताल में दाखिला लिया। एचडी ने हॉस्पिटल के गिरफ़्तार पूर्व शेयरधारकों संदीप घोष के घर में कई स्थानों पर सिलिकॉन ड्राइव संचालन शामिल है। एचडी के जांचकर्ता सुबह-सवेरे चार कम्यूनिटी में आउटलुक और एक टीम पूर्वी कोलकाता के बेलियाघाटा में घोष के प्लाजा हाउस में प्रवेश करती है, जहां प्रवेश से पहले अधिकारियों को इंतजार करना पड़ता है। ईडी ने घोष के करीबी सहयोगी प्रसून चटर्जी के घर पर उनके करीबी सहयोगी सुमित नाग और उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में रहने वाले को गिरफ्तार कर लिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप घोष और दूसरे संदिग्धों से कई दौर की पूछताछ के बाद एक भव्य इमारत के बारे में जानकारी मिली। दक्षिण 24 परगना जिले में घुतियारी सरफराज के नारायणपुर मौजा में कई सौ बीघे खाली जमीन है, जिसके बीच में यह कोठी बनी हुई है। संदीप घोष के इस हरे रंग के 2 विला ने आरजी कर अस्पताल में वित्तीय घोटाले की जांच को हवा दी है। इस संपत्ति का नाम ‘संगीता संदीप विला’ है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि यह प्लाजा हाउस का मालिक है और उन्होंने उसे अपनी पत्नी और परिवार के साथ देखा है। बताया जा रहा है कि संदीप घोष ने अपना और अपनी पत्नी का नाम संगीता घोष के नाम पर रखा है।
आरजी कर हॉस्पिटल में फाइनेंसियल कंपनी का मामला
अस्पताल के पूर्व अख्तर अली की याचिका के बाद कोलकाता हाई कोर्ट की ओर से सीबीआई को इस मुद्दे की जांच करने के लिए कहा गया था, जिसके बाद एडी आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय घोटाले में धन के लेन-देन की जांच की जा रही है। ।। ईडी ने आपराधिक मामलों में एफआईआर के आधार पर संदीप घोष के खिलाफ मामला सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। 23 अगस्त को कलकत्ता कमीशन ने राज्य की ओर से राज्य की ओर से सरकारी अस्पताल में एसोसिएट विशेष जांच दल (एसआईटी) से एसोसिएट को नियुक्त करने का आदेश दिया था। फर्म की फैक्ट्री यूनिट ने घोष को सोमवार रात को गिरफ्तार कर लिया था। इसके अगले दिन विशेष अदालत ने उन्हें जांच एजेंसी की 8 दिनों की जांच में भेज दिया।
आख़िर कैसे सामने आया ये पूरा केस
इस मामले में 2 सितंबर को कृष्णा ने संदीप घोष, सिन्हा और 2 अन्य को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में 2 अन्य में घोष के अंगरक्षक दोस्त अली और सिन्हा की तरह के निजी विक्रेता सुमन हाजरा शामिल हैं। आलम यह है कि 9 साल की उम्र में आरजी कर अस्पताल में 31 साल की महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के एक अन्य मामले में राहुल ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। उच्च न्यायालय ने 14 अगस्त को संघीय एजेंसी को बलात्कार और हत्या की जांच करने का निर्देश दिया। साथ ही, मामले को कोलकाता पुलिस से हटा दिया गया, जिस पुलिस से जुड़े संदिग्ध संजय रॉय को गिरफ्तार किया गया था।
(एजेंसी एंटरप्राइज़ के साथ)