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रोज चेहरे पर दे रहे ध्यान फिर भी त्वचा बेजान? कहीं आपका स्किन केयर रूटीन गलत तो नहीं? यहां जानें सही तरीका

चेहरा हमारी पहचान है. यह हमारी पर्सनैलिटी को दूसरों से अलग बनाता है. इसलिए जब ग्रूमिंग की बात आती है तो सबसे ज्यादा ध्यान चेहरे पर जाता है. थ्रेडिंग, फेशियल, क्लीन अप, फेस पैक… वह हर चीज चेहरे पर लगती है जिससे चेहरा चमक जाए. सोशल मीडिया और कोरियन ड्रामों को देख लोग अब स्किन केयर रूटीन अपना रहे हैं जिसमें केवल चेहरे पर ही फोकस रहता है. गर्दन से निचले हिस्से को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया जाता है.

हाथों को धोना भूल जाते हैं
स्किन केयर रूटीन को शुरू करने से पहले हाथों को साबुन से धोना सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन लोग ऐसा करना भूल जाते हैं. हाथों पर कई बैक्टीरिया होते हैं जो चेहरे को नुकसान पहुंचा सकते हैं. वहीं कॉस्मेटिक्स को ट्यूब या शीशी से निकलते हुए भी उसके बेस को हाथों से नहीं छूना चाहिए. हमेशा प्रोडक्ट को कॉटन से निकालें.

चेहरे का स्किन रूटीन सही क्रम में नहीं
ब्यूटी एक्सपर्ट सबरीना खान कहती हैं कि स्किन केयर रूटीन के कई स्टेप होते हैं. अगर यह सही क्रम से किए जाएं तो स्किन ग्लो करती है. अधिकतर लोगों को स्किन केयर के सही स्टेप्स पता ही नहीं हैं. स्किन केयर रूटीन प्री-क्लीन्स से शुरू होती है. सबसे पहले चेहरे पर से मेकअप हटाएं और फिर फेस वॉश करें. इसके बाद चेहरे को क्लींज करें. तीसरा स्टेप है-एक्सफोलिएट. इससे स्किन सेल्स रीजनरेट करते हैं और चेहरे की डलनेस खत्म होती है लेकिन इस स्टेप को हफ्ते में 2 बार ही करें. इसके बाद स्किन टाइप के हिसाब से फेस मास्क लगाएं लेकिन हफ्ते में केवल 2 से 3 बार. टोनर से स्किन टोन करें. फिर विटामिन सी सीरम को अप्लाई करें. इसके बाद आई क्रीम लगाएं. इससे आंखों के आसपास ड्राइनेस नहीं रहेगी. फिर पूरे चेहरे को मॉइश्चराइज करें. सबसे आखिर में सनस्क्रीन अप्लाई करें.

हमेशा हल्के गुनगुने पानी से शावर लेना चाहिए. (Image-Canva)

चेहरे के नीचे भी दें ध्यान
डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. ए.के भरिजा कहते हैं कि लोग रोज अपने चेहरे को मॉइश्चराइज करते हैं लेकिन शरीर के बाकी हिस्सों को नजरअंदाज कर देते हैं. अक्सर लोगों को पीठ, कमर, हाथों या पेट पर ड्राई पैच हो जाते हैं क्योंकि बाकी हिस्सा रूखा रहता है. ऐसा इसलिए क्योंकि चेहरा सबको दिखता है लेकिन बाकी हिस्से तो कपड़ों से ढक जाते हैं. यह गलत है. स्किन हमारी बॉडी की सबसे बड़ी ऑर्गन है और चेहरे की तरह बाकी हिस्सों के लिए स्किन रूटीन को अपनाना जरूरी है. अगर स्किन पर ड्राईनेस, एक्ने या सनबर्न हो तो वह चेहरे के साथ बाकी हिस्सों पर भी दिखते हैं. स्किन को हाइड्रेटेड रखने के लिए हर रोज मॉइश्चाइज करना जरूरी है. यह स्किन बैरियर को रिपेयर करते हैं और स्किन को ड्राई नहीं होने देते.

अच्छे से नहाना जरूरी
स्किन केयर रूटीन की शुरुआत नहाने से होती है. कुछ लोग तो दिन में 2 बार नहाते हैं और हर रोज मल-मल कर साबुन लगाते हैं. लेकिन हर रोज साबुन का इस्तेमाल स्किन के लिए ठीक नहीं है. यह त्वचा की नमी को सोखकर उसे रूखा और बेजान बना देता है. जिन लोगों की स्किन पहले से ड्राई है या एक्जिमा हो तो उन्हें साबुन से बचना चाहिए. साबुन त्वचा से गंदगी और अतिरिक्त तेल जरूर निकालता है लेकिन यह स्किन प्रोटेक्शन बैरियर को भी तोड़ता है जिससे स्किन सेंसिटिव बनती है. कुछ स्टडी यह मान चुकी हैं कि हफ्ते में 2 या 3 बार ही साबुन से नहाना चाहिए. लेकिन हाथ, अंडरआर्म्स और जेनिटल एरिया पर आप हर रोज साबुन लगा सकते हैं. डॉ. भरिजा कहते हैं कि स्किन ड्राई है तो बॉडी वॉश और ऑयली है शावर जेल से नहाना चाहिए. कुछ लोग एंटीबैक्टीरियल साबुन से नहाते हैं लेकिन यह साबुन स्किन के अच्छे बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचाता है इसलिए इन्हें भी नहीं लगाना चाहिए.

त्वचा पर घाव हो तो स्किन केयर रूटीन से बचें. (Image-Canva)

12 महीने लगाना चाहिए सनस्क्रीन
अधिकतर लोग सनस्क्रीन को नजरअंदाज करते हैं. सनस्क्रीन स्किन को केवल सूरज की अल्ट्रा वॉयलट किरणों से ही नहीं बचाता, बल्कि ऐजिंग को भी रोकता है. जो लोग हर रोज सनस्क्रीन लगाते हैं, उनके चेहरे पर झुर्रियां जल्दी नहीं पड़तीं. सनस्क्रीन 365 दिन लगाना जरूरी है. यह मोबाइल, लैपटॉप से निकलने वाली ब्लू लाइट से भी स्किन को सुरक्षा देता है. दरअसल ब्लू लाइट यूवी रेंज की तरह ही त्वचा पर असर करती है. हमेशा अपने स्किन टाइप के हिसाब से सनस्क्रीन का चुनें. ऑयली स्किन के लिए जेल या मैट सनस्क्रीन बेस्ट रहता है. ड्राई स्किन पर क्रीम या लोशन और कॉम्बिनेशन स्किन पर मैट सनस्क्रीन अप्लाई करें. अधिकतर भारतीयों का स्किन कॉम्प्लेक्शन गोरा नहीं होता. ऐसी स्किन पर SPF 15 और 30 लगाना चाहिए.

चेहरे से फोन को रखें दूर
कॉल पर बात करते हुए मोबाइल चेहरे से टच होता. इससे भी चेहरे की चमक स्किन रूटीन फॉलो करने के बाद भी फीकी पड़ सकती है. अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार मोबाइल स्क्रीन पर कई बैक्टीरिया चिपके रहे हैं जो चेहरे की त्वचा के संपर्क में आने पर एक्ने को उभार देते हैं. इन्हें ‘सेल फोन एक्ने नाम’ दिया गया है. इसलिए हर किसी को हफ्ते में एक बार मोबाइल की स्क्रीन को सैनिटाइज जरूर करना चाहिए.

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