एक महीना हो गया पूजा पर लौट आया; ममता बनर्जी के बयान पर असहमति; कड़वे के पिता भी भड़के
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में 31 साल की महिला डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के बाद से ही ममता बनर्जी की सरकार के अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में भी आतंकवादियों ने कश्मीर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। इसी बीच ममता बनर्जी ने लोगों से जब दुर्गा को शामिल होने की अपील की तो इसकी भी काफी आलोचना हो रही है।
एक दिन पहले ही मीडिया से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था, एक महीना हो गया है (9 अगस्त को हुई घटना), ऐसे में मेरा अनुरोध है कि आप लोग पूजा करके लौटें, त्योहार में शामिल हों। मैंने कहा है कि जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित किया जाए। बंगाल में पिछले महीने से ही हो रहे प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा, अगर आप हर रात सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे तो बहुत सारे लोगों को परेशानी होगी।
उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर बुजुर्ग रहते हैं। अगर आप माइक्रोफोन का इस्तेमाल करते हैं तो लोगों की नींद खराब हो जाती है। रात 10 बजे के बाद भी माइक्रोफोन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। एक महीना हो गया. हमने इन बातों का ध्यान नहीं दिया।
ममता बनर्जी ने कहा कि जांच रिसर्च के पास है। जिस महिला के साथ दरिंदगी हुई उसे न्याय मिलना चाहिए। फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द ही उसे जल्या जस्टिस मॅक्सगॉन जाना चाहिए। पूरी दुनिया में बंगाल को बदनाम किया जा रहा है। इसके लिए व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। जिन लोगों ने बंगाल का खाना और यही रहे, वे बाहर बदनाम कर रहे हैं।
मृत डॉक्टर के माता-पिता ने भी ममता बनर्जी की इस बात पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, हमारे त्योहारों का क्या। हमने अपनी बेटी को खो दिया है। उदाहरण के लिए आप हमारी बेटी को वापस लौटाएँ। अगर उनके परिवार में भी ऐसा होता तो क्या कहती उनकी ये बात। हमने अपनी बेटी के साथ दुर्गा पूजा मनाई। लेकिन अब हम कोई त्योहार नहीं मनाएंगे। उनका बयान असंवेदनशील है।
बीजेपी और सीपीएम ने भी ममता बनर्जी को घेरा है। बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी लोगों को कठपुतली समझती हैं। बस उनके बयान से लोग उठेंगे, बैठेंगे, त्योहार मनाएंगे और विरोध प्रदर्शन बंद कर देंगे? दुर्गा पूजा होने वाली है शुरू। लेकिन राक्षस अब भी घूम रहे हैं। धैर्य रखिए, माता की शक्ति जगने वाली है और यही बंगाल में बसेगी। सीपीएम नेता सुजान वामपंथी ने कहा कि ममता बनर्जी से यही उम्मीद है कि जब लोग दुर्गा पूजा में शामिल होंगे तब यह विरोध प्रदर्शन करेंगे। जहां वह सुरक्षा को लेकर कोई कदम नहीं उठा रही हैं।