10,000 स्टेप्स से नहीं होते स्लिम! क्यों कदमों से जोड़ा गया सेहत का पैमाना? कितना सच, कितना फसाना
‘रोज के 10,000 कदम, जिंदगीभर रखेंगे सेहतमंद’ यह बात अक्सर सुनने को मिलती है. जब से लोग सेहत के प्रति जागरूक हुए हैं तब से कई स्मार्ट वॉच और हेल्थ फिटनेस ऐप्स दिनभर चलने वाले कदमों को मॉनिटर कर बता देती हैं कि कितनी कैलोरी बर्न हुई. 10,000 कदम चलना फिटनेस का पैमाना बन गया है. क्या सच में दिनभर में इतना चलने से वजन कम होता है और सेहत अच्छी रहती है?
कदमों का सेहत पर कितना असर
आज अधिकतर लोग लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे हैं. फास्ट फूड खाना, नींद पूरी ना लेना, हद से ज्यादा वर्क लोड …यह सब चीजें लोगों को मोटापा, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और डिप्रेशन जैसी बीमारी दे रही हैं. रोज की जीवनशैली में थोड़े बदलाव शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं जिसमें वॉक भी शामिल है. 1 हजार कदम चलने से लगभग 40 कैलोरीज बर्न होती हैं और 10,000 कदमों से लगभग 400 कैलोरीज. लेकिन क्या सच में रोज 10,000 कदम चलने चाहिए? इस पर गुरुग्राम के पारस हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन विभाग में डॉ. संजय गुप्ता कहते हैं कि 10,000 कदम एक मिथक है. क्योंकि अच्छी सेहत कदमों पर निर्भर नहीं करती. अगर कोई व्यक्ति रोज एक्सरसाइज करता है, अच्छी डाइट ले रहा है, सुबह और शाम ब्रिस्क वॉक कर रहा है और अच्छे टेंशन फ्री माहौल में रहता है तो वह कितने कदम या कितने किलोमीटर चल रहा है, इससे फर्क नहीं पड़ता. वजन कम केवल चलने से नहीं बल्कि अच्छी डाइट और अच्छी मेंटल हेल्थ से होता है. लेकिन अगर कोई इंसान स्ट्रेस में है और लाइफस्टाइल ठीक नहीं तो वह कितने कदम भी चल ले, उससे कोई फायदा नहीं होगा.
जापान से पॉपुलर हुए 10,000 कदम
1964 में जापान के टोक्यो में ओलंपिक गेम्स हुए थे. तभी एक जापानी कंपनी यमासा ने मैनपो-के (manpo-kei) नाम का डिवाइस लॉन्च किया. मैनपो-के का मतलब है 10,000 कदमों का मीटर. यह डिजाइन स्टेप्स की गिनती करता था. कंपनी ने इसकी ब्रिकी की ऐसी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बनाई कि लोगों ने विश्वास करना शुरू कर दिया कि दिन में 10,000 कदम चलने चाहिए.
एक स्टडी के अनुसार एक दिन में पुरुष लगभग 5340 और महिलाएं 4912 कदम चलती हैं. (Image-Canva)
4 हजार से 6 हजार ही काफी?
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ टेनसी और जापान की क्यूशू यूनिवर्सिटी को 10,000 कदमों से सेहतमंद रहने के कोई सबूत नहीं मिले. 2023 में जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी ने दिनभर में 2,600 से 2,800 कदमों को सेहतमंद रहने के लिए काफी बताया. 2022 में यूरोप में हुए एक अध्ययन में कहा गया कि दिनभर में चले गए 1 हजार कदम ही कई बीमारियों के लिए रामबाण हैं और इससे मृत्यु की आशंका 15% घटती है. वहीं, अमेरिकन हार्ट असोसिएशन ने हफ्ते में 150 मिनट किसी भी फिजिकल एक्टिविटी को काफी माना. लेकिन कई स्टडी 4 हजार से 6 हजार कदमों को दिल की सेहत के लिए फायदेमंद मानती हैं. हालांकि जामा न्यूरोलॉजी की स्टडी में 10,000 कदमों की वकालत की गई. स्टडी में कहा गया कि इससे 13 तरह के कैंसर, स्ट्रोक, घुटनों का दर्द, दिल की बीमारियां और भूलने की बीमारी दूर रहती हैं.
उम्र के हिसाब से चलें
हेल्थलाइन में छपी यूनिवर्सिटी ऑफ लोवा की स्टडी के अनुसार एक व्यक्ति का कदम लगभग डेढ़ फुट का होता है. ऐसे में 10,000 कदम यानी 8 किलोमीटर के बराबर हैं. 10,000 कदम चलना मुश्किल नहीं है लेकिन हर व्यक्ति की अपनी एक स्पीड और बॉडी का स्टैमिना होता है जो उसकी उम्र पर भी निर्भर करता है. बच्चों में बहुत एनर्जी होती है, वह भाग दौड़ बहुत करते हैं, ऐसे में अगर वह 10 हजार कदमों से ज्यादा चल भी लेंगे तो उन्हें पता नहीं चलेगा. इंग्लैंड की नेशनल हेल्थ सर्विस (NHS) के मुताबिक 5 से 18 साल की उम्र के बच्चों को हर दिन 60 मिनट एरोबिक एक्टिविटी करनी चाहिए. वॉकिंग एरोबिक एक्सरसाइज में ही आती है. 19 से 65 साल की उम्र के लोगों को हफ्ते में 150 मिनट तक वॉक करनी चाहिए.
जिन लोगों की मांसपेशियों में दर्द रहता है या कैल्शियम की कमी हो, उन्हें ज्यादा नहीं चलना चाहिए (Image-Canva)
मेंटल हेल्थ अच्छी तो वॉक का फायदा
डॉ. संजय गुप्ता कहते हैं कि फिजिकल हेल्थ तभी दुरुस्त रह सकती हैं, जब मेंटल हेल्थ अच्छी हो. अगर कोई व्यक्ति स्ट्रेस में है या डिप्रेशन का शिकार है तो वह चाहे कितना चल लें, उसका फायदा शरीर को नहीं होता. अच्छी हेल्थ के लिए टेंशन फ्री माहौल जरूरी है. आपको दिनभर में कितने स्टैप्स चलने चाहिए, इसका कोई स्टैंडर्ड नहीं है। दिमाग की सेहत अच्छी रहेगी और मन शांत रहेगा तो हर कदम फायदा पहुंचाएगा।
बहाने से बढ़ाए कदम
अच्छी सेहत केवल वॉकिंग से नहीं, एक्सरसाइज, साइकिलिंग, जॉगिंग, स्विमिंग समेत कई फिजिकल एक्टिविटीज से बनाई जा सकती है. जो लोग वर्कआउट नहीं कर पाते, वह 10 हजार कदमों को अपना टारगेट बना सकते हैं. भले ही यह लक्ष्य पूरा ना हो लेकिन वॉर्किंग किसी ना किसी बहाने से शुरू जरूर हो जाएगी. इसके लिए आसपास की जगहों पर या बाजार कार या बाइक की जगह पैदल चलकर जाएं. ऑफिस में लिफ्ट की जगह सीढ़ियां चढ़ें. अगर घर में डॉग है तो उसे सुबह-शाम टहलाने के लिए लेकर जाएं. लंच और डिनर के बाद थोड़ी वॉक करें. कोई फोन आए तो वॉक करते हुए बात करें. अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ वॉकिंग कॉम्पिटिशन रखें.
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पहले प्रकाशित : 12 सितंबर, 2024, शाम 7:33 बजे IST