फर्जी वीजा बनाने वाली कंपनी का पर्दाफाश, दिल्ली में 14 नेपाली और दो भारतीय पासपोर्ट बरामद – अमर उजाला हिंदी न्यूज लाइव
दिल्ली पुलिस, दिल्ली पुलिस
-फोटो: एक्स: @दिल्लीपुलिस
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आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस ने तिलक नगर में नकली राजकुमार बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया है। नकली विश्राम के जरिए यात्री को विदेश जाने के मामले में एक यात्री व पांच क्लाइंट के अपराधी के बाद पुलिस मुख्य अतिथि मनोज मोंगा तक की सूचना। तिलक नगर का रहने वाला मनोज प्राइवेट पब्लिशिंग में कायम है। कोरल ड्रा, फोटोशॉप और ग्राफिक डिजाइनिंग में सफलता हासिल की है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, गांव दीवाना देहरादून निवासी संदीप 2 सितंबर को रोम (इटली) से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचें। उसके पास पासपोर्ट था। अवरजन अधिकारियों ने संदीप के पासपोर्ट पर दस्तावेजों की जांच की यात्रा की
पुलिस ने संदीप को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने बताया कि वह गांव के मनजोत के जरिए एजेंट आसिफ अली से मिला था। एजेंट ने 10 लाख रुपये लेकर उन्हें इटली का ले जाया गया। वह एजेंट को 7.50 लाख रुपए पूर्व राशि दी।
पुलिस ने यात्री के निशानदेही पर एजेंट आशिफ अली और उसके सहयोगियों नवीन राणा और शिव गौतम को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद एजेंट बलबीर सिंह और जस वकील सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
छात्र से पूछताछ के बाद मुख्य स्नातक मनोन की भर्ती हुई। मनोज ने अपने घर में ही कई देशों के मूर्तिकार चमत्कार बनाने का काम किया था। पुलिस ने घर से नकली चमत्कार बनाने वाले सामुद्रिक के अलावा विभिन्न देशों के नकली स्टांप और 30 नकली चमत्कार स्टिरी, 16 नेपाली और भारतीय पासपोर्ट भी जब्त कर लिए हैं।