यहां बिजनेस और वाले सड़क पर चलने को मजबूर हैं लोग, बुजुर्ग समेत कई लोग घायल हैं
चित्रकूट: उत्तर प्रदेश में वैसे तो एक से एक बड़े एक एक्सप्रेस और वाहन और बड़ी-बड़ी इमारतें वाले शहर हैं। ऐसे प्रदेश में आज भी कई इलाके ऐसे हैं जहां लोग नर्क की तरह जीवन जीने को मजबूर हैं। यूक्रेन में से एक है गणतंत्र जिले का पाठा क्षेत्र। यह आज भी बहुत ही सपाट क्षेत्र है। यहां के कई गांव के लोगों की पक्की सड़कें आज तक किस्मत से नहीं मिटीं। ऐसी ऐसी सड़कें हैं जो साल भर में पानी और विविधता से भरी रहती हैं। लोग एक ही समुद्र तट और समुद्र तटीय मार्ग से प्रस्थान को मजबूर हैं। इस विविधता में कई बार पैरोल और बाइक के टुकड़े होने से लोग चोट खा जाते हैं।
अंतिम रास्ते से निकल रहे लोग
हम बात कर रहे हैं पुरातत्व जिले के मानिकपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले दादरी माफिया गांव की। यहां आज भी लोगों को पक्की सड़क यात्रा नहीं मिलती। बैल के समय गांव का आलम यह है कि यहां पानी की आपूर्ति के साथ-साथ लोगों के घरों तक पानी पहुंचाया जाता है। आज भी गांव के ग्रामीण मजबूरी में मजदूरों के बीच रास्ते से राह बनाते हैं। कई बुज़ुर्गों में सुपरहीरो की कहानियां भी हो चुकी हैं लेकिन, आज तक गांव में पक्की सड़क का निर्माण नहीं हुआ है।
गांव के लोगों का प्रधान और सचिव पर आरोप
गांव के आचल 18 में बताया गया है कि गांव में पक्की सड़क नहीं होने के कारण पूरे गांव में बारिश के समय बारिश होती है। लोग इस शव और बस्ती रोड से आरोह को मजबूर होते हैं। उनका कहना है कि उन्होंने कई बार गांव के प्रधान और सचिव से इसकी शिकायत की और सड़क की मांग की, लेकिन गांव के प्रधान द्वारा अब तक गांव में सड़क नहीं बनवाई गई।
पहले प्रकाशित : 16 सितंबर, 2024, 21:38 IST