क्राइम

पहले बेटे की कहानी हुई… और अब अरे इस परिवार पर 1980 के दशक के संग्रहालयों का पहाड़, जानिए क्राइम की गजब कहानी

गू. दिल्ली में क्राइम का ऐसा मामला सामने आया है कि किससे जुड़ना हर कोई डंग है। वहीं पहले पीआईडी ​​​​किताब परवार ने अपने घर के बेटे के साथ काम करना शुरू कर दिया था और अब उसकी जिम्मेदारी है कि मेरे घर के बेटों को पुल प्लस ने अरे प्रोटोटाइप कर लिया है। असल में क्राइम की इस अजब कहानी का गजब किरदार घर का ही बेटा है ज चइसने अपने दोस्तों के साथ मॅलकर यह पूरी तरह से प्लायन की थी। आख़री राची थी ये प्लायनिंग और उसने रची ऐसी साज़िश रची जानिए पूरी डीटेल…

जा रहा है अंतिम चरण एक्सप्रेस वे पुलिस ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर अपने बताए गए स्केचर के संयोजन से 3 को गिरफ्तार किया है। भगवान नाम का युवक टी-स्काईटर में नौकरी करता था और शराब व गांजे का शौकीन था। इसके साथ उनके कई और खर्च भी थे. उसके अन्य दोस्तों के ऊपर भी काफी कर्ज था, जिसे इन सब ने अचंभित करने वाली रणनीति रची और घर वालों से लुटेरों की तलाश में बेच दिया।

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पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है कि 10 सितंबर की रात 9.30 बजे जापान के कोसमॉस सेक्टर 134 से भगवान श्रीराम की गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। साथ में ही बताया गया था कि शुभम भगवान के मोबाइल से को कॉल करके भगवान को उनकी पढ़ाई में आराम की सुविधा भी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने 17 सितंबर को लोक अभियोजक विश्वास सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए घटना में शामिल आरोपियों संदीप, अंकित कुमार और शुभम गौड़ को हरियाणा से जेल में थाने ले जाया गया था। पुलिस पूछताछ में जब घटना का खुलासा हुआ तो पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

शुभम् की माँ को कालिया कॉल
पुलिस ने पूरी घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 10 सितंबर की रात 9.50 बजे शुभम गौड़ ने अपने मित्र उधौ के साथ मिलकर अपने साहिल की योजना बनाई थी। इस योजना में उनके साथ उधौ के मित्र अंकित कुमार, संदीप और दीपक ने दिया। योजना के अनुसार, शुभम दिल्ली स्थित हरियाणा के विशेष शहर में पहुंच गया और उसके दोस्तों ने भगवान के मोबाइल से उसकी मां को फोन करके शुभम को छोड़ने के लिए पैसे की मांग की।

कयारे पर ली गाड़ी
पुलिस ने बताया कि 1 महीने पहले शुभम ने अपने दोस्त उधौ की मदद से अपने परिवार से काफी बड़ा अमाउंट लेने का प्लान बनाया था। शुभम के दादाजी स्ट्रेंथ थे और शुभम के पिता का काफी अच्छा केबल/डिश टीवी का काम है और शुभम गॉड के चाचा का रियल एस्टेट का बिजनेस है और उनका कोई बेटा भी नहीं है। इसलिए सभी ने योजना बनाई थी 10 सितंबर को शुभम गौड़ के पास सेक्टर 134 पेट्रोल पंप के पास कंपनी के कर्मचारियों को कॉल किया गया और योजनाबद्ध तरीके से एक किराए पर ले आए थे, जिसमें सभी शामिलकर रेवाडी चले गए और वहां पर शुभम गौड़ की माताजी भगवान भोलेनाथ के मोबाइल से ही धन की मांग की गई।

इस इवेंट में शामिल है एक मूल निवासी कब्रिस्तान की बहन की शादी फरवरी में हुई है। उस पर काफी कर्ज था और संदीप, दीपक, उधौ को भी पैसे की जरूरत थी और भगवान भगवान यहां टीसीएस कंपनी में 25000 रुपये की नौकरी करते हैं और उनका शराब और गांजे का खर्चा ही काफी हो जाता है और फ्लैट का खर्चा एक अलग घटना घटी और उसे पता चला कि उसके पिता काफी धनवान हैं। उसने लालच में ग्यान उसने ऊधौ के साथ मिलकर बनाया था।

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