12 मिनट में कर लीजिए अपनी ताकत की परीक्षा, कितना जानदार है हार्ट यह भी पता चलेगा, बिना पैसा खर्च किए खुद ही करें जांच
कूपर परीक्षण क्या है: अगर आपके शरीर में ताकत है तो माना जाता है कि आप हेल्दी भी है. लेकिन ताकत का यह मतलब नहीं कि आप देखने में हट्ठा-कट्ठा हैं और बलवान है या पहलवान हैं. ताकत का यह मतलब होता है कि आपका शरीर ऑक्सीजन की खपत किस तरह करता है. खासकर जब आप मेहनत कर रहे होते हैं तब ऑक्सीजन को शरीर किस तरह ग्रहण करता है इससे फिजिकल फिटनेस की पहचान होती है. यही आपके शरीर की असली ताकत है. इस ताकत की पहचान आप खुद भी कर सकते हैं. इसमें आपका एक भी पैसा नहीं लगेगा. इसे कूपर टेस्ट कहा जाता है. इस टेस्ट को करने में सिर्फ 12 मिनट का समय लगेगा. इससे यह पता चलेगा कि फिजिकल वर्क के दौरान आपका शरीर ऑक्सीजन को किस तरह से ग्रहण करता है.
इस टेस्ट से क्या पता चलता है
दरअसल, कूपर टेस्ट के लिए 12 मिनट तक दौड़ा जाता है या वॉक किया जाता है. इस टेस्ट से मुख्य रूप से एथलीट की परीक्षा ली जाती है लेकिन अब इसे हर कोई करने लगा है.इस टेस्ट के लिए आपको 12 मिनट के अंदर दौड़ना होगा. इसमें 2.5 किलोमीटर का लक्ष्य बनाया जाता है.इस दौरान शरीर की गतिविधियों पर ध्यान दिया जाता है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर में कार्डिएक सर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रचित सक्सेना बताते हैं कि यह बेहद खास टेस्ट है जिसमें न सिर्फ आपकी फिटनेस की परीक्षा होती है बल्कि इससे आपके लंग्स और हार्ट की क्षमता का भी पता चलता है.क्योंकि जब आप दौड़ते हैं तो हार्ट को ज्यादा तेज गति से पंप करना होता है और लंग्स को भी ज्यादा ऑक्सीजन को भेजना होता है. इससे किसी एथलीट के भविष्य में प्रदर्शन और इंज्युरी का भी अंदाजा लगाया जा सकता है. डॉ. सक्सेना कहते हैं कि जो लोग कूपर टेस्ट में पास हो जाते हैं, उनका हार्ट अपेक्षाकृत मजबूत होता है और हार्ट डिजीज का खतरा भी ऐसे लोगों में कम होता है. यहां तक कि उसका स्टेमिना भी मजबूत होता है.
कैसे खुद से करें टेस्ट
इस टेस्ट को करने के लिए हल्का ड्रेस पहनें और सही जूते पहनें. इस टेस्ट से पहले 5-10 मिनट पहले वार्म कर लें. जब स्टेमिना आ जाए तो दौड़ना शुरू करें या दौड़ नहीं सकते तो तेज पैदल चलना शुरू करें. आप चाहे तो इसे ट्रेडमील पर भी कर सकते हैं. वहीं जब आप 12 मिनट तक चल लें या दौड़ लें तो वहां रूक जाएं और आपने इतनी देर में कितने किलोमीटर चला है, उसे माप लें. इसलिए पहले यह तय कर लें कि कहां से कहां तक कि दूरी कितनी है और उसी ट्रैक पर दौड़ना शुरू करें. 12 मिनट की दौड़ कंपलीट करने के बाद 10-12 मिनट आराम कर लें. अब यह देखें कि आप 12 मिनट में कितने किलोमीटर चले हैं या दौड़े हैं. यदि आप पुरुष हैं और आपकी उम्र 20 से 29 साल के बीच है और आपने 12 मिनट में 2800 मीटर यानी 2.8 किलोमीटर तक दौड़ लगा ली है तो आपका हार्ट, लंग्स सब कुछ बढ़िया काम कर रहा है.
लेकिन अगर 2400 से 2800 मीटर तक दौड़ लगाया है तो इसे औसत से थोड़ा उपर और 2200 से 2399 मीटर के बीच दौड़ लगाया है तो इसे औसत माना जाएगा. वहीं यदि 12 मिनट में 1600 मीटर के आसपास दौड़ लगा पाते हैं या इससे कम तो इसका मतलब है कि आपका हार्ट और लंग्स दोनों कमजोर हो गया है. इसी तरह 20 से 29 साल की कोई महिला है और वह 12 मिनट में 2700 मीटर की दौड़ लगा लेती है तो उसका हार्ट और लंग्स बढ़िया काम कर रहा है. यह बेहद कामयाब टेस्ट है. लेकिन अगर वह 12 मिनट में 1500 से कम दौड़ लगा रही है तो इसका मतलब है कि उसका हार्ट और लंग्स कमजोर हो गया है. इसी तरह उम्र अगर इससे ज्यादा है टारगेट 100 मीटर से 200 मीटर तक कम होता जाता है.
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पहले प्रकाशित : 20 सितंबर, 2024, 3:05 अपराह्न IST