बदलापुर समर्थक को लेकर शिंदे की पार्टी और बीजेपी के बीच ‘बदले’ की जंग, घटिया पोस्ट ऑफिस
बदलावपुर कांड के मूल निवासी अक्षय शिंदे की मौत के बाद राजनीतिक हलकों में रसायन विज्ञान तेज हो गया है। महाराष्ट्र की सत्ता में दो सहयोगी दल एकनाथ शिंदे की सेना और भाजपा इसकी श्रेय लेने की होड़ में शामिल हो गए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी ने अगले ही दिन बदलापुर में कम्युनिस्ट पार्टी की कम्युनिस्ट पार्टी (मामले) द्वारा बनाया गया जश्न मनाया गया। इस बीच मुंबई के प्रमुख स्थलों पर भाजपा नेताओं और स्मारकीय स्थलों के नाम से जुड़े रहस्यमयी पोस्टर लगे हुए हैं। इन पोस्टों पर ‘बदला पूरा’ जैसे शब्द लिखे गए थे। यह पोस्ट खरीदारी, अंधेरी, लालबाग और सायन गार्डन जैसे प्रमुख क्षेत्र बताएं।
हालाँकि, इन पोस्टों पर किसी का नाम नहीं था, लेकिन यह माना जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं द्वारा इसे इस्तेमाल किया गया था। स्थानीय पुलिस द्वारा लगाए गए कुछ पोस्टर बाद में हटा दिए गए। इन पोस्टरों में मंगलवार की आधी रात के आसपास प्लांट लगाए गए थे, जिनमें एक रिवॉल्वर और बंदूक के साथ सभी को दिखाया गया था। हिंदी में लिखे संदेश में इस बात की ओर इशारा किया गया है कि बीजेपी नेता ने बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों के साथ घिनौने अपराध का बदला लिया है।
उल्लेखनीय है कि 24 साल के अक्षय शिंदे पर यौन शोषण का आरोप था। शिंदे बदलापुर के एक स्कूल में अवलोकन पर काम करते थे। सोमवार को उसकी पुलिस में एक अपराधी की मौत हो गई, जिसे पुलिस ने आत्मरक्षा का एक कदम बताया। रिपोर्ट के मुताबिक, जब शिंदे को तलोजा जेल से अंबेडकरपुर में एक अन्य यौन शोषण मामले में पेशी के लिए ले जाया जा रहा था तब उन्होंने कथित तौर पर एक जादूगर की रिवॉल्वर चिंकर पुलिस पर गोली चलाई थी। बता दें यह मामला उनकी पूर्व पत्नी का था।
इस गुट के बाद एकनाथ शिंदे की पार्टी ने अंबेडकरपुर और नासिक में पुलिस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए जश्न मनाया। मुख्यमंत्री शिंदे और जमात-उद्देश्यी, दोनों ने पुलिस की इस कार्रवाई को सही ठहराया। यह भी ध्यान देने योग्य बात है कि इस मामले में स्कूल के ट्रस्टियों सहित अन्य बच्चे भी अब भी बच्चे हैं।
वहीं अब बीजेपी और बीजेपी के बीच इस घटना को लेकर श्रेय लेने की होड़ ने राज्य में राजनीतिक तूफान गरमा दिया है. जहां बीजेपी ने इस कार्यक्रम को अपनी उपलब्धि के तौर पर पेश किया, वहीं बीजेपी ने अपने पोस्टर में यह दावा किया कि यह ‘बदले’ की जिम्मेदारी है.