क्राइम

हरप्रीत को पुराने सिक्के और नोट बेचने की चाहत पड़ी महंगी, हुआ 4.63 लाख रुपए का फ्रॉड

पोस्ट. पुराने सिक्के और मुद्रा एक साथ करने के शौकीन आदिवासियों के भोटिया पर्यवेक्षण क्षेत्र के निवासी हर सिंह से जालसाजों ने 4.63 लाख रुपये की कमाई कर ली। जालसाजों ने पुराने रिलायंस की कीमत पर करोड़ों रुपये बकाया कर और सूची के नाम पर नोट किया। मामले में पीड़ित ने पंतनगर साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद दोस्ती का रिश्ता भेजा गया है।

सोशल साइट पर देखा था विज्ञापन

हरप्रीत ने पुलिस को बताया कि पांच सितंबर को फेसबुक पर पुराने नोट, सिक्का आदि खरीद-बिक्री का विज्ञापन देखा था। इसके बाद विज्ञापन में दिए गए नंबर पर कॉल कर पास कुछ पुराने सिक्के और भारतीय मुद्रा की जानकारी दी गई। जालसाजों ने पुरानी करेंसी की फोटो छोड़ी। फोटो देखने के बाद उसकी कीमत करोड़ों में बताई गई। जलसाज ने पुरानी मुद्रा की फोटो देखने के बाद पीड़ित का पंजीकरण किया। छह सितंबर को पंजीकरण के नाम पर 1550 रुपये के प्लांट लगाए गए।

तीन किस्तों में जमा पैसे

हरप्रीत ने पुलिस को बताया कि 11 सितंबर तक 1,26,500 रुपये और उसके बाद 14 सितंबर तक कुल मिलाकर 3,35,000 रुपये का टैक्स लगाया गया। लेकिन, जब पास में पैसा नहीं बचा तो अपने दोस्त से उधार मांगा। इसके बाद दोस्त ने पूरी बात बताई और बताया कि पूरा मामला समझकर कंपनी से जुड़ा हुआ है और मामले में शिकायत करने को कहा गया है। इसके बाद पीड़ित हरप्रीत ने थाने में शिकायत दी, जहां मुकदमा दर्ज हुआ। स्कैच सिटी पैंटो लोहानी ने बताया कि किस मामले की जांच शुरू हो गई है। जल्द ही अनाथालय को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आरबीआई चेतावनी देता है

भारतीय रिजर्व बैंक समय-समय पर लोगों को जानकारी देता है कि जो लोग ऑनलाइन आरबीआई के नाम पर पुराने सिक्के और नोट खरीद रहे हैं, वह फ्रॉड है। आरबीआई के नाम पर ठग तरह-तरह के निवेशकों से कई तरह के कमीशन और शुल्क की कटौती की जाती है। इसलिए, सभी लोग सावधान रहें और आदिवासियों का शिकार होने से बचें।

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