कोलकाता

आरजी कर में नहीं रहे गुस्सा, दो और डॉक्टर आम्रण पोस्ट में शामिल; सरकार के दबाव का दावा

पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में छात्रों का गुस्सा थमाने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले सात दिनों से आमरण पोस्ट कर रहे छह जूनियर वकीलों के साथ उनके दो और वकील भी शामिल हो गए।

दीपक लाइव हिंदुस्तान,कोलकाताशनि, 12 अक्टूबर 2024 09:14 पूर्वाह्न
शेयर करना शेयर करना

पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में छात्रों का गुस्सा थमाने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले सात दिनों से आमरण पोस्ट कर रहे छह जूनियर वकीलों के साथ उनके दो और वकील भी शामिल हो गए। वे स्वर्गदूतों की मांग सहित अन्य महत्वपूर्ण स्मारकों पर हड़ताल कर रहे हैं। रामकृष्ण मिशन सेवा संस्थान के परिचय पांडा और कॉलेज नेशनल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की अलोलिका घुरूई शनिवार को आमरण पोस्ट में शामिल हों। इस राज्य भर में पोस्ट कर रहे डॉक्टरों की कुल संख्या 10 हो गई। इसमें सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के भी दो डॉक्टर शामिल हैं। अन्य आरोपियों का दावा है कि ममता सरकार उन पर हड़ताल खत्म करने का दबाव बना रही है।

इस बीच, पोस्ट कर रहे ग्राहकों की समस्याएं और बुरा हो गया है। उनके साथ मौजूद वैज्ञानिकों ने बताया कि उनकी बीमारियाँ ख़त्म हो रही हैं। वे पांच अक्टूबर से भूख हड़ताल कर रहे हैं। एक डॉ. से प्रदर्शन कर रहे वकील. देबाशीष हलदर ने बताया कि वे बहुत अस्थिर हो गए हैं। उनके यूरिन में ‘क्रिएटिनिन’ भी बढ़ गया है। सात दिनों के उपवास से निश्चित रूप से उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, लेकिन इससे भी न्याय के लिए उनका संकल्प कमजोर नहीं हुआ है।

इस बीच, आरजी कर अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) में भर्ती जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो की हालत ‘गंभीर लेकिन स्थिर’ बनी हुई है। एक सीनियर डॉक्टर ने बताया कि आशुतोष का इलाज कैसे असर कर रहा है। देखभाल के कारण उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन कुछ और दिनों में वे पूरी तरह से ठीक हो रहे हैं। महंत छह अक्टूबर से आमरण पोस्ट कर रहे थे, लेकिन गुरुवार को उनकी तबीयत खराब होने पर उन्हें आरजी कर अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।

इस बीच, पोस्ट कर रहे दो जूनियर वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस परिवार के सदस्य उन पर दबाव डाल रहे हैं कि वे उन्हें भूखा मारें। कोलकाता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की स्निग्धा हाजरा और नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के आलोक वर्मा ने बताया कि हमारे लॉज ने हमें फोन कर पोस्ट खत्म करने का आग्रह किया है। वर्मा ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में पुलिस गुरुवार रात बांकुरा में हजारा के घर गई नजर आ रही है।

उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे फोन करके बताया कि उन्हें बंगाल पुलिस ने फोन किया है। पुलिस ने मेरी मां को बताया कि मेरी तबीयत खराब हो रही है और उसने अनुरोध किया कि वह अपना उपवास खत्म कर दे। मैंने उनसे कहा था कि मैं भूख हड़ताल रिलीज रखूंगा और उनकी बात नहीं मानूंगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले पर टिप्पणी से इंकार कर दिया।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से पहले हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। ‘ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन’ (एफएआईएमए) ने चेतावनी दी है कि यदि खतरनाक जूनियर एसोसिएशन को कोई नुकसान नहीं पहुंचे तो देश भर में ‘सहायक चिकित्सा सेवा पूरी तरह से बंद’ कर दी जाएगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *