मध्यप्रदेश

एक सूत्र ने बदल दी किसानों की जिंदगी, ‘आदिशास्त्री ज्ञान’ से आई तकनीकी समझ और खरीदारी का तरीका

घर: कृषि क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है और इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है ‘कैसिलिटर ज्ञान’ नामक एक उपन्यास, जिसकी शुरुआत इंदौर के शिवांकुर गुप्ता ने की थी। यह वेबसाइट उद्यमियों के स्वामित्व और खेती में प्रयुक्त होने वाली हाईटेक तकनीक की जानकारी उन्हें साजोसामान बना रही है। शिवांकुर का यह प्रयास न केवल किसानों को ठगने से शुरू है, बल्कि उन्हें सही जानकारी प्रदान करके खेती में सुधार भी ला रहा है।

कैसे हुई ‘असलीमेटर ज्ञान’ की शुरुआत?
शिवांकुर गुप्ता के पिता अनमोल शिप के व्यवसाय से जुड़े थे। इसी दौरान शिवांकुर का संपर्क किसानों से हुआ। एक बार एक किसान ने अपने पिता को बताया कि एक किसान ने अपने मालिक की कीमत एक लाख रुपये से भी ज्यादा चाही है। इससे परेशान शिवांकुर का पता चला कि यह समस्या हर किसान की हो सकती है। टैब में उनसे जुड़े दस्तावेजों से जुड़ी सही जानकारी किसानों तक का परिचय का विचार आया।

शिवांकुर ने 2016 में यूट्यूब पर ‘आदिवासी ज्ञान’ चैनल शुरू किया, जहां उन्होंने समीक्षकों की समीक्षा और उनकी तकनीकी जानकारी सरल भाषा में दी। पहले कार और बाइक का रिव्यू तो बहुत हुआ था, लेकिन अध्ययन के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध थी। उनके यूट्यूब चैनल को अच्छा रिस्पांस मिला, जिससे उन्हें आइडिया के रूप में प्रेरणा मिली।

‘अमीरात ज्ञान’ वेबसाइट का विस्तार
2018 में शिवांकुर ने ‘मिस्टर ज्ञान’ को एक स्तुति के रूप में शुरू किया। पहले इस वेबसाइट में केवल रुचि से जुड़ी जानकारी मौजूद थी, लेकिन धीरे-धीरे इसकी खेती में इस्तेमाल होने वाली हाईटेक तकनीक की जानकारी भी इसमें शामिल हो गई। इस वेबसाइट पर पहले सभी फीचर्स, तकनीकी विवरण और कीमत की जानकारी दी गई है, जिससे किसान बेहतर और समझदारी से निर्णय ले सकेंगे।

इसके अलावा वेबसाइट पर पुराने स्टॉक्स और स्टॉक भी मौजूद हैं। यहां किसान बिना किसी शुल्क के अपने पुराने हितधारकों की जानकारी अपलोड कर सकते हैं और दूसरे किसान उन्हें खरीद सकते हैं। किसानों के लिए फाइनेंसिंग की सुविधा और पशुपालन की सुविधा भी इस वेबसाइट पर उपलब्ध है, जो किसानों के लिए बेहद उपयोगी साबित हो रही है।

‘अर्थशास्त्री ज्ञान’ की सफलता
शिवांकुर के कर्मचारी हैं कि उनकी वेबसाइट पर हर महीने 3.5 लाख से अधिक इंप्रेशन आ रहे हैं, और लगभग एक करोड़ किसान इस वेबसाइट का उपयोग कर रहे हैं। पिछले साल इंटरनेट मीडिया और वेबसाइट पर करीब साढ़े छह करोड़ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस वेबसाइट पर 6 लाख से ज्यादा वीडियो अपलोड हैं, और 9 लाख से ज्यादा लोग इसे फॉलो कर रहे हैं।

अब तक 25 हजार से ज्यादा करोड़पति ‘आदिवासी ज्ञान’ से जुड़े हुए हैं। वेबसाइट हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है, और जल्द ही इसे मराठी और अन्य भाषाओं में भी लॉन्च किया जाएगा। शिवांकुर के अनुसार, उनकी सफलता का राज यह है कि उन्होंने जिस तरह की कार देखी और उसे उसी स्तर पर प्रचारित किया।

शिवांकुर गुप्ता का दृष्टिकोण
शिवांकुर के बड़े भाई आस्क कहते हैं कि युवाओं को एक्सप्लोर करने का मौका देना चाहिए। हिंदुस्तान का सुनहरा ऐरा चल रहा है, और सही दिशा के साथ युवा अपने भविष्य को संवार सकते हैं। ‘अर्थशास्त्री ज्ञान’ की शुरुआत सीमित लागत से हुई थी, लेकिन आज यह एक सफल फिल्म बन गई है, जो किसानों के लिए तकनीकी ज्ञान का अहम स्रोत बन गई है।

टैग: इंदौर समाचार, स्थानीय18, चालू होना, स्टार्टअप आइडिया

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *