बिहार

छठ पूजा 2024: बिहार के इस सूर्य मंदिर से क्या है छठ पूजा का कनेक्शन, यहां हैं 10 लाख श्रृद्धालु

हाला जिले के विश्व प्रसिद्ध देव सूर्य मंदिर में छठ व्रतियों की संख्या लाखों में है। इस दौरान भगवान सूर्य के त्रिमूर्ति स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान सूर्य का ये त्रिमूर्ति मंदिर पूरे विश्व में एक ही है। इस मंदिर के नाम से देश भर के कोने कोने से लोग चार दिव्य महापर्व छठ व्रत को करने के लिए आते हैं।

तीन स्वरूप में भगवान सूर्य
इस मंदिर के मुख्य पुजारी ने बताया कि देव सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य पालनकर्ता, संहारकर्ता और सृष्टिकर्ता के रूप में हैं। इसी स्थान पर सबसे पहले देवताओं की माता अजित ने रात भर उपवास करके भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया था जिसके बाद इसी स्थान पर छठ महापर्व करने का महात्म्य मनाया गया। भगवान सूर्य के त्रिमूर्ति स्वरूप में जहां ब्रह्मा का स्वरूप धारण करते हैं, वहीं सायं काल में सूर्य महेश्वर अर्थात शिव का स्वरूप धारण करते हैं।

पालनकर्ता, संहारकर्ता और सृजनकर्ता सूर्य
भगवान सूर्य की त्रिमूर्ति स्वरूप विश्व में एक मात्र मंदिर होने के कारण यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु छठ महापर्व में आते हैं। इस मंदिर के मुख्य पुजारी राजेश पाठक ने बताया कि इस मंदिर में पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। भगवान सूर्य की यह त्रिमूर्ति स्वरूप प्रतिमा देव स्थित सूर्यकुंड से प्राप्त हुई थी। ऐसी मान्यता है कि इस प्रदेश के राजा इला के पुत्र एल को कुष्ठ रोग हो गया था।

तालाब में इंस्टालेशन से कुष्ठ रोग से बचाव
महाराज के पुरोहितों ने बताया कि देव में स्थित सूर्यकुंड में स्नान करने से आपके रोग दूर हो जाएंगे। राजा एल ने देव में भगवान सूर्य की मूर्ति की पूजा कर इस सूर्यकुंड तालाब के जल को पिया जिसके बाद उनका कुष्ठ रोग दूर हो गया। इस दौरान राजा एल को भगवान सूर्य की त्रिमूर्ति स्वरूप प्रतिमा सूर्यकुंड तालाब से प्राप्त हुई, जिसके बाद उनमें मुख्य मंदिर की स्थापना की गई। टैब से ऐसी बात है कि भगवान सूर्य के इस कुंड में स्नान करने से कुष्ठ रोग मिट जाते हैं।

10 लाख से अधिक
ऐसी ही मान्यता के कारण देव सूर्य मंदिर में छठ महापर्व में हर साल 10 लाख से अधिक शहीद स्मारक बनते हैं। जिसे लेकर चार दिव्य छठ मेला का आयोजन भी किया जाता है। प्रशासन की ओर से पिछले 2 महीने से कार्तिक छठ महापर्व की तैयारी चल रही है. वहीं इस अवसर पर बिहार सरकार के कई मंत्री और आल अधिकारी मौजूद रहते हैं.

पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 08:36 IST

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