जिस कॉलेज में पढ़ाई हुई स्वर कोकिला शारदा सिन्हा, उस विभाग के एचओडी थे ये तबला वादक, निधन पर शोक गहरा दुख:ख
यहाँ:- शारदा सिन्हा की मृत्यु के बाद जिले में गहरी शोक व्याप्त है, क्योंकि इस जिले से उनका एक विशेष और गहरा जुड़ाव था, जो अन्य आश्रमों के महाविद्यालयों से भी अधिक था। भले ही उनके अल्लाह और मायका अन्य आभूषण में थे, लेकिन उनके प्रेम और तीर्थ के प्रति उनका शौक था। जब सरोजा सिन्हा महिला कॉलेज में संगीत विभाग के प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुईं, तब मतवाला जी उनके विभाग के एचओडी (विभागाध्यक्ष) हुए थे। यह समय दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण था, क्योंकि शारदा सिन्हा को संगीत के क्षेत्र में अपने ज्ञान और भी बढ़ाने का अवसर मिला।
मतवाला जी के मार्गदर्शन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण अनुभव और संगीत के सूक्ष्म उपकरणों को समझाया। आज मत वाले जी की उम्र 85 साल पार हो गई है, लेकिन उनके संगीत के प्रति प्रेम और शारदा सिन्हा के साथ उनकी यादें आज भी ताजी हैं। उम्र के इस पर्यवेक्षण में भी उनके संगीत के प्रति समर्पण और शारदा सिन्हा के साथ उनकी मित्रता जीवित है। बाद में संगीत क्षेत्र में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और शारदा सिन्हा के साथ उनके संबंधों ने कई प्राचीन संगीत की धाराओं को संजीवनी दी।
संगीतकार और तबला वादक ने क्या कहा
जिले के महिला कॉलेज के पूर्व प्रोफेसर और संगीत विभाग के प्रमुख ने स्थानीय 18 से बातचीत के दौरान शारदा सिन्हा के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शारदा सिन्हा जी एक अत्यंत व्यवहारिक और व्यक्तित्व की धनी थीं। वह विद्यार्थी हो या अध्यापक, सभी से उनके संबंध बहुत मधुर थे। उनके अंदर कभी कोई घमंड नहीं था, जो उन्हें बाकी लोगों से अलग बनाता था। उनके निधन से हमने अपने अनमोल रत्न को खोया।
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सम्पूर्ण समाज में अमूल्य योगदान
उन्होंने आगे कहा कि जब मैं संगीत विभाग में एचओडी (विभागाध्यक्ष) के रूप में काम करता था, तब शारदा जी हमारे सहयोगी के रूप में काम करती थीं। उनका तर्क इतना प्रभावशाली था कि उन्होंने कई बच्चों को संगीत की गहरी शिक्षा दी। आज उनके द्वारा पढ़ाए गए कई छात्र संगीत क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। उनका योगदान न केवल बुनियादी ढांचे के संगीत क्षेत्र में, बल्कि कहे समाज में अमूल्य रहेगा। उनकी बातें शारदा सिन्हा के प्रति सम्मान और श्रद्धा की भावना को स्पष्ट रूप से गायब कर देती हैं, जो शारदा जी के बारे में एक मार्केटिंग और प्रेरणादायक छवि पेश करती हैं।
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पहले प्रकाशित : 7 नवंबर, 2024, 12:10 IST