बिहार

पोर्टफोलियो का जैव विविधता उद्यान, 4.5 करोड़ की लागत से बना पार्क, यहां हर महीने आते हैं 20 हजार लोग

अधिकार : जो 187 वर्ग किमी तक के सोसाइटी वन क्षेत्र से वंचित हैं, वहां पर जलाशय वन विभाग और इको टूरिज्म के माध्यम से लगातार विकास किया जा रहा है। जिले के सदर अभिलेख के तिताई बिगहा पर्वत को इको टूर पर्यटन के तहत विकसित किया गया है। शहर का एकमात्र जैव विविधता उद्यान पार्क हजारों लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस पार्क में घूमने और इसकी विविधता को देखने के लिए बिहार से लेकर बाहरी राज्यों के भी लोग कतारबद्ध हैं।

हर महीने 20 हजार दर्शक
आपको बताएं ये क्षेत्र पहाड़ी हैं। वहीं इको टूरिज्म द्वारा तिताई स्थित माउंटेन को विकसित करने के लिए 4.5 करोड़ की लागत से विविधता के साथ जैव उद्यान पार्क बनाया गया है। एनएच से सट्टे के कारण यहां हर महीने करीब 20 हजार सैलानी घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। बता दें इस पार्क में कई औषधीय औषधियां लेकर चिल्ड्रेन पार्क, वाटर एंटरप्राइज गार्डेन, तालाब आदि का निर्माण किया गया है।

पार्क में आयुर्वेदिक उद्यान
जिला वन विभाग की अधिकारी ऋचा सिंह ने बताया कि जिस सोच के साथ इस पार्क की शुरुआत हुई थी वह सफल होती दिख रही है। अधिकारी ने बताया कि इसे तीन चरणों में बनाया गया है, जिसमें पहले चरण में लगभग 3 करोड़ की लागत से पार्क का स्वरूप दिया गया है, जिसमें औषधीय औषधियां और उपचार के कई स्थान रखे गए हैं।

50 लाख में देवलप पर्वत होगा
वहीं दूसरे चरण में एक रुपये की राशि से पार्क परिसर में प्लांटेशन, स्टिक स्पेस, टिकट रूम, टूरिस्ट सेंटर, बटर लिटरेचर गार्डेन सहित अन्य करोड़ों कार्यकर्ता शामिल हैं। वहीं एक छोटा तालाब का भी निर्माण किया गया है। वहीं तीसरे चरण में पहाड़ को विकसित करने में 50 लाख रुपये का खर्च आएगा।

टैग: बिहार समाचार, स्थानीय18

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