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1 मैच में जड़े 2 तिहरे शतक… 606 रन की साझेदारी, 551 रन से मिली जीत, फिर भी नहीं टूटा महारिकॉर्ड

नई दिल्ली. बल्लेबाज स्नेहल कौथांकर और कश्यप बाकले ने रणजी ट्रॉफी मैच में एक साथ तिहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड बनाया. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए नाबाद 606 रन की साझेदारी की. बावजूद इसके दोनों फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी के महारिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए. कौथांकर और कश्यप की बेहतरीन पारी के दम पर गोवा ने प्लेट ग्रुप मैच में अरुणाचल प्रदेश को पारी और 551 रन से शिकस्त दी. कौथांकर ने 215 गेंद में 314 रन जबकि बाकले ने 269 गेंद में 300 रन बना. जिससे गोवा ने सिर्फ 92 ओवर में 2 विकेट पर 727 रन पर पारी घोषित कर पहली पारी के आधार पर 643 रन की बढ़त हासिल की.

गोवा ने फिर अरुणाचल प्रदेश को 22.3 ओवर में 92 रन पर समेटकर बड़ी जीत दर्ज की. मेहमान टीम पहली पारी में 84 रन पर सिमट गई थी. स्नेहल कौथांकर (Snehal Kauthankar) और कश्यप बाकले (Kashyap Bakle) ने अपनी सनसनीखेज साझेदारी के दौरान कई रिकॉर्ड तोड़ दिए. उनकी नाबाद साझेदारी ने 2016 में वानखेड़े स्टेडियम में महाराष्ट्र की जोड़ी एसएम गुगाले और एआर बावने के बीच तीसरे विकेट के लिए 594 रन की साझेदारी को पीछे छोड़ दिया जो दिल्ली के खिलाफ बनी थी. रणजी ट्रॉफी मैच में एक ही पारी में दो बल्लेबाजों द्वारा तिहरा शतक जड़ने का यह दूसरा ही मामला है. तमिलनाडु के डब्ल्यूवी रमन और अर्जुन कृपाल सिंह ने 1989 में गोवा के खिलाफ क्रमशः 313 और 302 रन बनाए थे.

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संगकारा-जयवर्धन के नाम 624 रन की साझेदारी का महारिकॉर्ड
यह 606 रन की साझेदारी श्रीलंका के कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के बीच 2006 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में बनाई गई 624 रन की साझेदारी से थोड़ी ही पीछे रही. जयर्धने और संगकारा के नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड है. गोवा का पहली पारी का 727 रन का स्कोर प्लेट डिवीजन में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले 2018 में मेघालय ने सिक्किम के खिलाफ सात विकेट पर 826 रन बनाए थे. रणजी ट्रॉफी में यह नौवां सबसे बड़ा स्कोर है.

कौथांकर ने 43 चौके और 4 छक्के जड़े
कौथांकर ने अपनी पारी के दौरान 43 चौके और चार छक्के लगाए और इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए उन्होंने सिर्फ 205 गेंदें खेलीं. कौथांकर अपनी तूफानी पारी की बदौलत अब हैदराबाद के तन्मय अग्रवाल और दक्षिण अफ्रीका के मार्को मराइस के बाद प्रथम श्रेणी में सबसे तेज तिहरा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों की सर्वकालिक सूची में तीसरे स्थान पर हैं. अपनी पारी के दौरान इस 29 वर्षीय खिलाड़ी ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में चौथा सबसे तेज दोहरा शतक भी दर्ज किया जो उन्होंने सिर्फ 146 गेंद में 200 रन बनाकर हासिल किया. बाकले की पारी में 39 चौके और दो छक्के जड़े थे.

टैग: Arunachal pradesh, गोवा, रणजी ट्रॉफी

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