बिहार

गोपालगंज में गन्ना पेराई के लिए भारत सर्ज मिल में किसानों का इंतजार खत्म, 18 नवंबर से पेराई शुरू होगी

गोपालगंज. जिले के सिधवलिया मुख्यालय स्थित भारत शुगर मिल में 18 नवंबर से नये सत्र के अंतिम चरण का काम शुरू होगा। गोपालगंज जिले की यह सबसे बड़ी चीनी मिल है, जहां गोपालगंज के अलावा आस-पास के पांच आश्रमों के 22 हजार किसान अपना-अपना स्टॉक लेते हैं। गोपालगंज के अलावा सारण, सिवान, पूर्वी हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी राज्य हिमाचल प्रदेश और कांटी तक के किसान अपने शेयर लेकर यहां आते हैं। पेराई सत्र के उद्घाटन समारोह को लेकर मिल प्रबंधन की तैयारी पूरी हो चुकी है। मिल के अंदर की सारी मशीनरी को खत्म कर दिया गया है. साफ-सफाई का काम भी पूरा कर लिया गया है।

सट्टा नीति के तहत क्रियान्वित पुर्जी

इस सत्र में किसानों को पुर्जी देने से लेकर भुगतान तक की प्रक्रिया के लिए नई सुविधा देखने को मिलेगी। बिहार सरकार के उद्यम उद्योग विभाग की शीट के तहत इस बार सट्टा नीति यानी कैलेंडर पद्धति से किसानों को पुर्जा दिया जाएगा। इस नियम के अनुसार 90 दिनों के अंदर छोटे किसानों को पुर्जी दे देना है। एसएमएस के माध्यम से जारी किया जाएगा। यहां तक ​​कि मिल के पेराई सत्र के उद्घाटन की सूचना भी किसानों को एसएमएस के माध्यम से भेजी गई है। मिल के रिज़र्वेशन विभाग के नामांकित उपाध्यक्ष संजीव शर्मा ने बताया कि सत्र 2023-24 में मिल ने 65 लाख अमेरीका के पेराई की थी। इस बार भी लगभग यही लक्ष्य रखा गया है, जिसमें पांच उद्यमियों के 22 हजार किसानों से 65 लाख के स्वामित्व की खरीदारी की जाएगी।

इस बार भी समय से करना होगा भुगतान

भारत शुगर मिल के इलेक्ट्रॉनिक्स और प्राइवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष संजीव शर्मा ने सुझाव दिया है कि इस बार यह लक्ष्य रखा गया है कि कोई भी स्टार्टअप के मूल्य का भुगतान नहीं कर रहा है। ससमय उनका भुगतान किया जाए. पेराई के दौरान सिधवलिया बाजार में किसी तरह का जाम नहीं लगा. विरोधाभासी लेकर मिल प्रबंधन ने नई पहल की है। मिल की ओर से एक बड़े क्षेत्र में नए यार्ड बनाए गए हैं, जहां आने वाली कंपनियां ट्रक या ट्राली खड़ी रहेंगी। पुर्जी के अंडर नंबर पर मिल गेट से एंट्री होगी।

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