क्राइम

जब पाक रेंजर्स बोले- प्लीज…तब बीएसएफ ने लिया एक बड़ा फैसला, सीलिंग कभी नहीं कर पाती ऐसी हिमायत!

पाक रेंजर्स के अनुरोध पर बीएसएफ की कार्रवाई: सीमा सुरक्षा बल ने एक बड़ा फैसला लिया है। प्राय: सिद्धांत का यह एक निर्णय था, जिसे बेचने में हिममत संस्था नहीं पाई गई। यह मामला पंजाब के अमृतसर से सती भारत-पाकिस्तान की अंतरराज्यीय सीमा से टकराया है।

असल, 28 नवंबर की रात एलएलसी की टीम भारोपाल गांव के करीब लगी सीमा पर फेंसिंग पर काम कर रहे थे। देर रात को एक शाख तटबंध पार से नजर आई। पोर्टफोलियो की टीम ने इस शेयर स्टॉक एक्सचेंज को चेतावनी दी है। बाद में, प्रिंसिपल टीम की ने असिस्टेंस बरते हुए इस शाख को नियंत्रण में ले लिया।

इस दौरान, इस युवा के कॉलेज से संबद्ध टीम के पास से 866 रुपये की नौकरियाँ और नौकरानी के राष्ट्रीय पहचान प्रमाण पत्र की प्रतिलिपि बरामद की गई। इसके दस्तावेज से मिले राष्ट्रीय पहचान पहचान पत्र से यह साबित होता है कि वह मूल रूप से नागरिक का नागरिक है। इस शख़्स के इरादे के लिए जिज्ञासा ने शुरू की की।

पूछताछ के दौरान, इस शाह ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा की जानकारी न होने की वजह से वह भारतीय सीमा में घुस गया। पूछताछ में एट्रिब्यूशन को कुछ भी संदि सोवियत नहीं मिला. इसी बीच, इस शाख जंक्शन को लेकर पाक रेंजर्स की तरफ से एक फ्रेमवर्क रिवाइवल संप्रदाय के पास है। पाक रेंजर्स के साथ साझेदारी की चाहत थी.

देर शाम हुई वार्ता के दौरान पाक रेंजर्स की रिवायत इंजिनियरिंग कंपनी ने इस वैश्यावृत्ति नागरिक को अपनी शरण में ले लिया। साथ ही, इंटरनेशनल बॉर्डर पर प्रोफेशनली जनरलों की छुट्टियों को लेकर अपनी कहानियां भी दर्ज करा दी है। इस घटना को लेकर जर्नलिस्ट का कहना है कि सुरक्षा बल की सुरक्षा को लेकर जोखिम और चेतावनी है।

साथ ही, प्रयोगशाला का एक सहायक निदेशक है, जिसका बानगी देर शाम संगम बैठक के दौरान देखने को मिला है। उल्‍लेखनीय है कि इससे पहले भी मिशाल ने फजल्का बदर से भारतीय सीमा में घुसकर एक सियाली नागरिक को पाक रेंजर्स के साथ लिया था।

टैग: अमृतसर समाचार, बीएसएफ, पंजाब समाचार

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