बिहार

3 का सपोर्ट, गिरिराज सिंह हॉलीडे से मिस्ट्री गवाह, जानिये बेहद कड़क पटना के न्यूड असोम कुमार को

उत्तर

राजीव मिश्रा की जगह पटना के हॉस्टल में अवकाश कुमार बने रहे। वर्तमान अवकाश कुमार सी में एसपीओ के रूप में पद रिक्त था। गिरिराज सिंह से काहासुनी और सोना लूट मामले से रिपब्लिक में आये थे।डीआरडीओ में साइंटिस्ट थे, अपराधी बने और गाने भी खूब चले,

पटना. 2012 बच्चों के अवकाश अवकाश कुमार की गिनती एक कड़क के रूप में होती है। साल 2019 में शॉप्स में 3 सपोर्ट बने हुए थे. यही नहीं 2020 में दुकानों के विक्रय केंद्र के गिरिराज सिंह से मिले हुए लोग हैं। जब एसपीसी थे तो नेपोलियन विधायक के बेटे रॉकी यादव को उम्रकैद की उपाधि में अहम भूमिका निभाई गई थी। अवकाश कुमार असोथिए के साथ भोजपुर के भी एसपी रह चुके हैं। पटना में उनकी पहली पोस्टिंग एसोसिएट्स की हुई।

अवकाश मूल रूप से भोजपुर के चरपोखरी थाना के सेमराव गाँव के रहने वाले हैं। उनका परिवार बोकारो में रहता है। अवकाशकालीन भोजपुरी हिंदी गाने के शौकीन हैं। होली और अन्य त्योहारों के बाद उनके ‘पटना के नमक’ बने भोजपुरी गाने सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। अभी वर्तमान में सी.ओ.बी.ओ.एस.पी.

क्या था प्रोडक्शन बिजनेस मामला?
बिहार के जिलों में 12 जनवरी 2019 को हुई छुट्टियों में एक किसान ने तीन गरीबों को मारा था। सपोर्ट करने वाली टीम का नेतृत्व स्वयं एसपी अवकाश कुमार कर रहे थे। इस समर्थक में चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र में एक लार्ड में पुलिस ने बदमाश सुमंत कुमार, धर्मा यादव और बलराम सहनी का समर्थन किया था।

गिरिराज सिंह से ब्रेकअप का मामला जानिये
फ़्रांसीसी अवकाश कुमार के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को सीधे-सीधा जवाब देने के कारण खारिज कर दिया गया। असल में, यूक्रेन केस के एक मामले में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने उन्हें फोन कर बहुत कुछ कहा था. उस समय अवकाश कुमार ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को खुली चुनौती दी थी, जो मामला मीडिया की सुर्खियों में था। जानकारी के अनुसार, 14 फरवरी 2020 को गिरिराज सिंह ने अवकाश कुमार को लेकर साहा पद पर आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आप बेईमान लोगों को पकड़ कर जेल भेज रहे हैं और मछली को छोड़ रहे हैं।

अविश्वासी ने गिरिराज सिंह से प्रमाण माँगा
गिरिराज सिंह के इस आरोप का अवकाश कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि मंत्री गिरिराज सिंह जो मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, उनका साक्ष्य मुझे या मेरे अन्य अधिकारी को उपलब्ध है। अवकाश कुमार ने कहा कि मंत्री जी जिस अपराधी पर आरोप लगा रहे हैं, उसका नाम भी बताया और साक्ष्य भी दिया। उनके इस दो टूक उत्तर के बाद से ही अवकाश कुमार स्टॉक में आ गए थे।

सोना लूट केस में अवकाश कुमार ने कमाल किया था
अवकाश कुमार की एक और व्यावसायिक संस्था से जुड़ी हुई है। असल में, 12 नवंबर 2019 को गढ़ारा एंटरप्राइज के ठाकुरीचक के पास के दिग्गजों ने गोल्डन आभूषण के दो बदमाशों को गोली मारकर घायल कर दिया और उनके ड्राइवर को गोली मारकर हत्या कर करीब 15 लोगों का सोना लूट लिया था। इस केस में स्किप अवकाश कुमार ने सभी लूटे हुए सोने के साथ उन दोस्तों को गिरफ़्तार करने में सफलता प्राप्त की थी। इस कार्रवाई में बैट्समैन ने 9 किलो सोना लूटने का रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन वैलिडिटी अवकाश कुमार की टीम ने 14 किलो सोना बरामद किया था, जिसकी वह चर्चा कर रही थी।

2012 बच्चों का अवकाश
2012 अवकाश कुमार 2012 बैक के अधिकारी हैं। मूल रूप से भोजपुर के सिमराव गांव के रहने वाले अवकाश कुमार बचपन से पिता के साथ बोकारो में रह रहे हैं। टुकड़े टुकड़े से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर ली गई है। 4 साल तक डीडीआरओ में साइंटिस्ट के रूप में काम कर चुके हैं। वे ग्रामीण कार्यशालाओं, आरा, कार्यशालाओं में कार्यशालाओं और वास्तुशिल्पियों में कार्यशालाएँ रहे हैं।

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