मध्यप्रदेश

रीवा नगर निगम में वास्तु दोष, भाजपा पार्षद ने की पूजा की मांग, विशेषज्ञ से जानें वास्तु दोष निवारण यंत्र, मंगलवार को नहीं होना चाहिए भूमि पूजन

रीवा. नगर निगम वार्ड संख्या 26 के भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से नगर निगम अध्यक्ष और महापौर से वास्तु दोष पूजा की मांग की है, जिसके बाद से मजबूत चर्चा में बने हुए हैं। इस साल यहां दो ऐतिहासिक इमारतों की आकस्मिक मृत्यु और स्थायी इमारतों की सड़क दुर्घटनाओं के बाद स्थान पर जाने के बाद भाजपा नेताओं को नगर निगम में वास्तु दोष का शक हो रहा है। उन्हें वास्तु दोष दूर करने के लिए अनुष्ठान करना जरूरी है। उनका कहना है कि काउंसिल भवन बनने के बाद लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। ये चिंता का विषय है.

साहस को इस बात का डॉक्टर
बीजेपी स्वतंत्र शर्मा ने कहा, एक साल के अंतराल में वार्ड नंबर 10 के बंदी पटेल और वार्ड नंबर 5 के संजू पटेल की आकस्मिक मौत हो गई है। वर्तमान वार्ड नंबर 04 में के मजबूत दारा सिंह रोड दुर्घटना के बाद शामिल किया गया है। जबसे नवीन काउंसिल भवन बना उसी समय से लेकर लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। मैंने पत्र के माध्यम से मेयर अजय मिश्रा व नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पांडे से काउंसिल में वास्तु दोष होने का जिक्र करते हुए पूजा पाठ के लिए आग्रह किया है।

पूर्व 10 नामचीन हस्तियों का निधन
बदमाश ने आगे कहा, साल 1998- 93 के दर्मियान मध्य प्रदेश विधानसभा के 10 बदमाशों की भी अचानक मौत हो गई थी। इसके बाद उस विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष पंडित श्रीनिवास तिवारी ने विधानसभा में वास्तु दोष की पूजा की थी। हम सनातन धर्म से हैं और अगर इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं, तो हमारे पास के शास्त्रों में इसका इलाज और निदान है। हमें इसका उपयोग करना चाहिए.

नगर निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पांडे ने अपनी प्रतिक्रिया में सफाईकर्मियों के आग्रह को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, कहावत है कि नई काउंसिल को दो साल हो गए और हमारे दो मित्र साथियों की आकस्मिक मृत्यु हो गई। जबकि एक शामिल किया गया है। इसके अलावा एक महिला कलाकार भी है। विद्वानों की सलाह आई है कि वास्तु शास्त्र या किसी विद्वान को पूजा पाठ पढ़ा जाए। सुझाव देना उचित है, जल्द ही इसपर पहले पूजा पाठ और आवश्यक अनुष्ठान भी करना होगा।

वास्तुशिल्प: महापौर
इस मामले में पूरे मेयर अजय मिश्रा ने कहा, कलाकारों ने उनसे आग्रह किया है। नए भवन निर्माण की संभावना है कि इसमें कोई वास्तु दोष नहीं है। इस भवन का भूमिपूजन मंगलवार को किया गया। मंगलवार के दिन भूमि पूजन करना अनुचित है, इस दिन न तो भूमि की रजिस्ट्री होती है और न ही अध्ययन और दीक्षा मिलती है। वास्तु दोष के लिए पूजा पाठ पर विचार किया जाएगा।

वास्तुविद् ने बताया कि वास्तु दोष की पूजा क्यों जरूरी है

रीवा के ज्योतिषी और वास्तुविद संदीप शुक्ला के यहां लिखा है कि हर किसी का एक सपना होता है कि जब वह अपने नए घर में प्रवेश करें तो सिर्फ खुशियां हो। जब हम नए घर के मालिक या मालिक होते हैं। तो कई बार हम वास्तु पर ध्यान नहीं देते या फिर ध्यान देने के बाद भी कोई कमी नहीं रह जाती। दूर करने के लिए हम गृह प्रवेश करने से पहले घर, ग्रह शांति, शुद्धिकरण आदि की पूजा करवाते हैं।

गृह प्रवेश की पूजा-अर्चना से घर में सुख-समृद्धि आती है। घर का शुद्धिकरण हो जाता है, क्योंकि घर में कोई भी नकारात्मकता होती है, तो वह दूर हो जाता है। गृह प्रवेश की पूजा में हम अपने इष्ट देव को पूजते हैं, जिससे घर में देवी देवताओं का वास होता है।

वास्तु शास्त्र में सृष्टि के पांच मुख्य तत्वों का बहुत महत्व माना गया है। आकाश, पृथ्वी, जल, अग्नि और वायु ये प्रमुख पांच तत्व हैं, वास्तु में शांति पांच बनती है और सभी दिशाओं की शांति मिलती है। जिससे हर तरह के वास्तु दोष के प्रभाव दूर हो जाते हैं।

गृह प्रवेश से पहले गृह प्रवेश पूजा या वास्तु शांति करना बहुत जरूरी होता है। लेकिन इसे एक शुभ अवसर में ही प्रस्तुत किया जाना चाहिए। तो आइए जानते हैं कौन सा दिन, तिथि और नक्षत्र शुभ रहता है।

सोमवार, बुधवार, गुरुवार एवं शुक्रवार को गृह प्रवेश से पहले वास्तु शांति के लिए शुभ माना गया है। इसके लिए शुक्ल पक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी तिथियों को शुभ माना जाता है। अश्विनी, उत्ताफाल्गुनी, पुनर्वसु, पुष्य, हस्त, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, रोहिणी, श्रवण, रेवती, शतभिषा, स्वाति, अनुराधा आदि नक्षत्र शुभ होते हैं, लेकिन एक बार पुरोहित जी से इस बारे में विचार करना चाहिए।

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