बिहार

नीतीश कुमार के पाटर्नल ने ही BPSC छात्रों की डिटेल डिटेल निकाली, आज क्या होगी बात, PK ने दिया अल्टीमेटम

पटना. बिहार में बीपीएससी (BPSC) के अभ्यर्थियों की सूची अब काफी बड़ी हो गई है। 2 सप्ताह से चल रहा है बीपीएससी यात्रियों का आंदोलन अब राजनीतिक रूप ले चुका है। युवा यादव, प्रशांत किशोर और नीतीश यादव समेत अन्य नेता छात्र इस मुद्दे पर अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। वहीं इसी बीच आज बीजेपी के समर्थन में वामपंथी और कांग्रेस के नेता निकोलस मार्च निकालेंगे। आज दोपहर की शुरुआत इस मार्च से होगी, जिसमें वामपंथी और कांग्रेस के अध्यक्ष और नेता शामिल होंगे. वामपंथी और कांग्रेसी नेता इस मार्च के दौरान बीपी कमिश्नरी परीक्षा को रद्द करने की मांग करेंगे।

वहीं इस बीच बड़ी खबर ये है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी कल रात दिल्ली से पटना लौटे हैं. ऐसे में बीपी एबीसी की मांग पर सीएम नीतीश कुमार भी कुछ घोषणा कर सकते हैं या कुछ बड़ा फैसला ले सकते हैं. बुधवार को बीपी असोसिएस का एक सहयोगी बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात हुई। इस दौरान आशुतोष ने अपनी पार्टी के मुख्य सचिव से लेकर अभविष्यवाणी तक की तैयारी कर ली। अब ऐसे में संभव है कि आज मुख्य सचिव सीएम नीतीश कुमार से बीपीएससी बिजनेसमैन की मांग को लेकर चर्चा कर सकते हैं।

’48 घंटे में अंतिम फैसला होगा’

वहीं मुख्य सचिव की बैठक लेकर आए प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्य सचिव ने कोई निर्णय नहीं लिया है। मुक़दमे का असर जो भी हो, फैसला नहीं हुआ. शायद वो सीएम से बात करना चाहते हों। 48 घंटे का समय सरकार को देना चाहते हैं। सीएम भी तब तक वापस आ जाएंगे। अगले 48 घंटे में सरकार का फैसला हो सकता है. सरकार ने भी एक कदम बढ़ाया। सहानुभूतिपूर्ण इन बच्चों पर विचार करें। सरकार के जवाब का हम 48 घंटे तक इंतजार करेंगे। फैसला नहीं हुआ तो हम लोग छात्रों के साथ रहेंगे. अन्य के साथ स्ट्राइक पर स्ट्राइक हो या जो भी करना पड़े

पीके ने 1 जनवरी तक का समय दिया

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार सरकार के पास 1 जनवरी तक का समय है. अगर 48 घंटे के भीतर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया और जवाब नहीं दिया तो 2 तारीख से हमलोग बड़ा आंदोलन करेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि इन छात्रों को परेशान नहीं किया जाए। लीगल नियुक्ति के तहत हम आगे की कार्रवाई तक भी कर सकते हैं। स्ट्राइक साइट पर बच्चे बैठे रहेंगे। उग्र प्रदर्शन नहीं होगा.धरना स्थल पर बच्चे बैठ कर ही पढ़ेंगे.

टैग: बीपीएससी, नीतीश कुमार, प्रशांत किशोर

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