
सावधान! ‘नए साल का ई-कार्ड’ आपका खाता खाली हो सकता है, यहां क्लिक करें मोबाइल हो जाएगा हैक, ऐसे करें आरक्षण
जोधपुर. जोधपुर अगर आप नए साल के लिए विशेष पर ई-कार्ड मिलने या फिर किसी स्कॉबी का लालच लेने वाले ऑटो कॉल पर आए हैं तो सावधान हो जाएं। क्योंकि नए साल के शुभकामनाओं के नाम पर साइबर क्लबों ने शेयरों के नए पेंटारे अपनाए हैं। कहि आप उसकी शिकार न बन जाये। ई-कार्ड डाउनलोड करने से पहले जान लें कि ये फ्रेंड का मैसेज आपके लिए आफत ना बन जाए। एपीपीके आपके ऑनलाइन सुपरमार्केट को बेच देता है। इससे हैकर्स मोबाइल को नियंत्रित कर सकते हैं।
एपके फाइल फिशिंग अटैक का भी उपयोग किया जा सकता है, जिससे आपके बैंकनोट में मैलिशियस कोड शामिल हो जाता है। एपके फ़ाइल से मोबाइल का कुछ देर तक अधिग्रहण के बाद में हैकर्स मोबाइल बिल्डरों को कॉल करके जुड़े हुए हैं। इस बीच रॉकेट से राशि नक्षत्र के लिए ओटीपी प्राप्त कर प्राप्त कर सकते हैं। अपराधी कॉन्टैक्ट लिस्ट, फोटो गैलरी, डिजिटल ट्रांसजेक्शन, कार्ड, क्रेडिट कार्ड डिटेल और ओपीटी और व्हाट्सएप तक हैक कर लें। आप आसानी से डिजिटल, क्रेडिट, डेबिट कार्ड डिटेल और ओपीटी प्राप्त कर सकते हैं इसलिए जागरूकता जरूरी है।
शुभकामना संदेश के नाम पर हो रही दोस्ती
आईजी विकास कुमार ने लोकल 18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि नव वर्ष पर लेकर आपके पास कोई लिंक नहीं है इसलिए शुभकामना संदेश पर क्लिक करें और जहां आपकी आफत न बन जाए। यदि किसी व्यक्ति विशेष ने फॉर्म भरा हो और आप पूरी तरह से लिंक हो तो आप टैब पर क्लिक कर सकते हैं और लिंक को अच्छी तरह से देख सकते हैं। अगर आपको भी लग रहा है कि लिंक सुरक्षित नहीं है तो ऐसे लिंक पर क्लिक न करें। अगर किसी भी तरह से आपके साथ कोई गलती हो जाए और आप रिजर्व के शिकार हो जाएं तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या ब्लास्ट पुलिस स्टेशन पर ईमेल रिपोर्ट दर्ज कर सहायता लेनी चाहिए।
अप्लाई हाईजैक कर चुराए गए बंधक
हैकर्स यूजर का कूपन हाईजैक करके भी चुरा रहे हैं। जिसके लिए हैकर्स सिलिकॉन या चैनल पर लिंक मांगे गए हैं। व्हाट्सएप्प हैक करने के लिए लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद उपभोक्ता आयोग की सूची में फर्जी तरीके से लोगों को शामिल किया गया। मोबाइल डेटा से पर्सनल फोटो और अन्य दस्तावेजों के आधार पर ब्लैकमेल करने का मामला भी सामने आया है।
स्लॉएड ऑफर के ऑटोकॉल से स्कैम
हैकर्स ऑटो कॉल करके स्कॉच के नाम से नया स्कैम कर रहे हैं। इसमें ऑटो कॉल के बाद उपभोक्ता की सभी कॉल और टेलीकॉम हैकर्स के मोबाइल पर दो या तीन पॉइंट के नंबर डायल शेयर हो जाते हैं। मैसेज से ओटीपी इलेक्ट्रॉनिक्स आसानी से पैसे निकाल रहे हैं। इस मामले में युवाओं को बिना जानकारी के ही खाता साफ हो रहा है।
ये सावधानियां बच सकती हैं
1 अंजान नंबर से आने वाली एपके फ़ाइल आदि को क्लिक करके न खोलें।
2 मोबाइल ऑटोकॉल की स्काइ आदि के झांसे में ज्ञान नंबर डायल नहीं करें।
3 कॉल पर किसी भी मित्र का स्टॉक नहीं किया गया, इसलिए किसी ने भी हाल ही में अपना डेट जारी नहीं किया।
4 कॉल, ओपीटीपी या डायलिंग नंबर से कोई ऑफर नहीं दिया गया इसलिए इन झांसे में न जाएं।
5 मोबाइल में किसी भी प्लेसर स्टोर से ही डाउनलोड करें।
6 ऐप की रेटिंग और समीक्षा जांचें।
7. ऑनलाइन में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर समाशोधन करें.
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पहले प्रकाशित : 31 दिसंबर, 2024, 10:22 IST