मध्यप्रदेश

‘मेरा नाम…’ बैंक विवरण देखें जो हुआ वह अविश्वसनीय रूप से विचित्र समाचार है

ज़ब्त. एमपी पुलिस की जीप ने संयुक्त अरब अमीरात में बिल्डर फाइनेंस से वाहन वाली कंपनी का स्टॉक जब्त कर लिया है। 25 लाख रुपये की कीमत के 21 लाख रुपये की कीमत के 21 लाख रुपये की कीमत के साथ 3 चतुर्थांशों को गिरफ्तार किया गया है। मूल भोले-भाले लोगों के आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे दस्तावेज की फोटोकॉपी किसी ना किसी लड़के से हथिया लेते थे। फिर उनका नाम फ़र्ज़ीवाड़े से ऑटोमोबाइल फाइनेंस करवाया गया। फर्म पर फाइनेंस आधारित वाहन ग्रामीण क्षेत्र में बेचे गए थे।

गैंग का शिकार हुई गीता दशहरा नाम की एक महिला ने जब मोबाइल फाइनेंस के लिए आवेदन किया तो पता चला कि उसके नाम पर ही व्हीलर गाड़ी का फाइनेंस हुआ है। ऐसी ही एक महिला की याचिका में जबलपुर मोटरसाइकिल मामले की जांच करते हुए चार लोगों तक पहुंचा गया। इस मामले में आरोपी ने मुख्य ग्राहक प्रशांत कुशवाहा और उसके दो साथियों इंद्रजीत कुशवाहा और बिजनेसमैन सोनी को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरे फर्जीवाड़े में कई निजी बैंकों के फाइनेंस एजेंट की दलाली का भी खतरा है। अनाथ मामले की और जांच कर रही है।

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एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के इंस्पेक्टर निकिता शुक्ला ने बताया, ‘एसटीएफ को एक सूचना मिली थी कि एक गिरोह चल रहा है, जो सीधे-साधे लोगों से उनके जरूरी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन और पासबुक ले रहा था। दस्तावेज लेकर गए थे कि आपका छोटा सा लोन करवा रहे हैं। फिर वो कागज़ लेकर चले गए. फिर शोरूम में प्लांट फाइनेंस करवाते थे. फिर से कागज वापस कर दिये गये। ऐसे में उस व्यक्ति को यह पता ही नहीं चला कि उसके नाम पर कोई वाहन लोन लिया गया है।’

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उन्होंने आगे बताया, ‘एक महिला वकील गीता कुशवाहा ने ये बात अपनी याचिका में कही थी. उनके पति का निधन हो गया था. गैंग का एक सदस्य उसके पास पहुंचा था। उन्होंने लोन का वादा किया था। जब महिला ने मोबाइल फाइनेंस डिपॉजिट किया तो उसे पता चला कि उसका नाम बाइक फाइनेंस पर है। मामले की शिकायत पर जांच की गई और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।’

निकिता शुक्ला ने बताया कि सोनी फर्म के जरिए गाड़ियां डाउनलोड करने की सलाह दी गई थी। प्रशांत और इंद्रजीत को पैसे देता था। जैसे ही ऑटोमोबाइल फाइनेंस होता था, पैसिफिक और इंद्रजीत वैलिडिटी को वाहन भिन्न-भिन्न देते थे। फिर वह इन सामुहिक को सिवनी जिले में कम से कम पर बेच दिया था।

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