
Brain Hemorrhage: ठंडी में सबसे ज्यादा ब्रेन हेमरेज के मामले, ये लक्षण दिखने पर तुरंत कराएं इलाज, हाई प्रेशर वालों को अधिक खतरा
बेगूसराय: बिहार में इन दिनों धूप निकलने के बाद भी तापमान में लगातार हो रहे गिरावट के कारण ठंड का सितम जारी है. ठंड व शीतलहरी से आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इधर, स्वास्थ की बात की जाए तो ठंड के मौसम में कई बीमारियां सक्रिय हो जाती हैं. इन्हीं में से एक है ब्रेन हेमरेज, ठंड में सबसे ज्यादा इसके मामले सामने आ रहे हैं.
ये हैं ब्रेन हेमरेज होने के सामान्य कारण
ब्रेन हेमरेज तब होता है जब मस्तिष्क में या उसके आसपास की रक्त वाहिकाएं फट जाती हैं, जिससे रक्त का रिसाव होता है. इसके प्रमुख कारणों की चर्चा की जाए तो हाई ब्लड प्रेशर या दुर्घटना या चोट लगने से मस्तिष्क में रक्तस्राव हो सकता है. यह युवाओं में ब्रेन हेमरेज का सबसे सामान्य कारण है. अन्य कारणों में एनेयूरिज्म (Aneurysm) , मस्तिष्क में ट्यूमर, रक्तस्राव विकार (Bleeding Disorders), इस्केमिक स्ट्रोक के बाद अचानक रक्त वाहिकाओं का फटना, धमनियों और शिराओं की विकृति (Arteriovenous Malformation-AVM) शामिल है. इसके अलावा खून पतला करने वाली दवाएं कभी-कभी अत्यधिक रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं. इतना ही नहीं परिवार में ब्रेन हेमरेज का इतिहास होने पर इसका जोखिम बढ़ सकता है .
आइए जानते हैं ठंड में क्यों बढ़ते हैं ब्रेन हेमरेज के मामले
बेगूसराय IMA के सचिव डॉ पंकज कुमार सिंह ने बताया जिले में ब्रेन हेमरेज से जुड़े मरीजों की संख्या में काफ़ी इज़ाफ़ा देखी जा रही है. लक्षण की बात करें तो अचानक तेज सिरदर्द, उल्टी या मिचली, दृष्टि में धुंधलापन, बोलने या समझने में कठिनाई, शरीर के किसी एक हिस्से में कमजोरी या सुन्नता, संतुलन खोना या बेहोशी आदि हो सकते हैं.
हाई ब्लड प्रेशर से घटित होती है ये समस्या
ठंड के मौसम में ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ने के पीछे कारणों की चर्चा करते हुए बताया कि ठंड का प्रभाव सीधे तौर पर रक्तचाप और रक्त वाहिकाओं पर पड़ता है, जिससे यह समस्या बढ़ सकती है. मुख्य कारण की बात करें तो हाई ब्लड प्रेशर, शरीर के तापमान में गिरावट, तनाव और हार्मोनल बदलाव, ठंड में दिल और रक्त वाहिकाओं पर प्रभाव, शारीरिक गतिविधियों में कमी आदि ब्रेन हेमरेज का एक और परोक्ष कारण बन सकता है .
3 घंटे के अंदर पहुंच गए तो बच सकती है जान
डॉ. पंकज कुमार सिंह ने लोकल 18 से बताया कि ब्रेन हेमरेज के लक्षण दिखने के 2 से 3 घंटे तक के भीतर ही हॉस्पिटल पहुंच जाना जान बचाने का गोल्डन पीरियड माना जाता है. इसके अलावा बचाव के लिए ठंड में रक्तचाप की नियमित जांच, गर्म कपड़े पहनें, फल, सब्जियां और हल्का भोजन करना चाहिए. इसके अलावा व्यायाम करें: धूम्रपान और शराब से बचें. आपको बता दें कि ब्रेन हेमरेज के मामले में सही देखभाल और सतर्कता से इसे रोका जा सकता है .
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पहले प्रकाशित : 6 जनवरी, 2025, 06:28 IST