मध्यप्रदेश

साँपों की जीभ में भी होता है जहर? अगर कभी छू जाये तो क्या करें? पाठ्यपुस्तक ने दिया वैज्ञानिक उत्तर

खरगोन. ड्रैगन सीजन में सांपों का घोड़ा आम बात है। ऐसे में सांपों को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह की धारणाएं और भ्रांतियां आज भी मौजूद हैं। इनमें से एक प्रमुख भ्रांति ये है कि सांपों की जीभ छूने से इंसानों में जहर फैल जाता है। इस विषय पर हमने बात की कैचर और स्नेक विशेषज्ञ महादेव पटेल से, उन्होंने इस भ्रांति पर से ऐसे परदा उठाया…

साँपों के जीभ में क्या होता है जहर
महादेव पटेल के अनुसार, “सांपों की जीभ से इंसानों में जहर उगलने की धारणा पूरी तरह से गलत है।” सांपों का जहर उनका विषय विषैला होता है और यह जहर के दांतों के माध्यम से ही शरीर में प्रवेश करता है। सांप की जीभ या उसकी त्वचा से जहर की कोई संभावना नहीं है”।

साँप के जहर का कार्य और प्रभाव
सांप का जहर एक विशेष प्रकार का प्रोटीन होता है, जो मुख्य रूप से शिकार को मारने और पचाने में मदद करने के लिए उपयोग किया जाता है। सांप जब कटा होता है, तो यह जहर के दांत के माध्यम से शिकार के शरीर में प्रवेश करता है और रक्त प्रवाह में सामूहिक कलाकार कलाकार होता है।

सांप के जहर के तीन प्रकार
1. न्यूरोटॉक्सिक: यह जहर तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है और इससे शिकार की दुकानों में पैरा बस हो जाता है।
2. हेमोटोक्सिक: यह जहरी कोयला को नष्ट कर देता है।
3. साइटोटॉक्सिक: यह खतरनाक खनिज को नष्ट कर देता है और शिकार के जहाज को प्रभावित करता है।

काट लें तो तुरंत करें ये काम
स्नेहक महादेव पटेल ने यह भी बताया कि अगर किसी को सांप काट ले तो तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करनी चाहिए। जहर का असर जल्दी होता है और बिना विशेषज्ञ के इलाज करना मुश्किल हो सकता है।

भाईयों का जरूर हो सर्विस
स्नैचर महादेव पटेल ने कहा था, ”सांपों को लेकर कई भ्रांतियां और अंधविश्वास समाज में खत्म हो गए हैं।” यह महत्वपूर्ण है कि हम वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित जानकारी प्राप्त करें और इन अंशों को तुरंत प्राप्त करें। सांपों की जीभ से जहर खाने की धारणा पूरी तरह से मिथक है और इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

टैग: लोकल18, सांप का जहर

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