झारखंड सहायक पुलिस कर्मियों ने वेतन वृद्धि नियमितीकरण के लिए रांची में किया प्रदर्शन, लाठीचार्ज – अमर उजाला हिंदी समाचार लाइव
रोबोट पर लाठीचार्ज करने वाला यंत्र
– फोटो : एनी
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झारखंड की राजधानी रांची में अपनी पार्टियों को लेकर सहायक ऑर्केस्ट्रा हड़ताल प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठियां बरसाईं। वैज्ञानिक यह कहते हैं कि झारखंड में सहायक प्रशिक्षकों के वेतन में समूह और उन्हें नियमित करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैं।
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सीएम आवास का सीमांकन करने जा रहे हैं हॉस्टल पर लाठीचार्ज
शुक्रवार को रांची के मोरहाबादी मैदान में प्रदर्शन कर रहे संकडों के सहायक उपकरण, सीएम का कार्यकाल समाप्त करने जा रहे थे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों पर रोक लगाने और भीड़ पर तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज से कई कर्मचारी और कर्मचारी उत्साहित हो गए। इसकी सरकारी नौकरी की स्थिति बन गई। हालाँकि पुलिस, नियंत्रण को नियंत्रित करने में सफल रही।
#घड़ी | झारखंड: सहायक पुलिस कर्मियों ने वेतन वृद्धि और नियमितीकरण की मांग को लेकर रांची में विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। pic.twitter.com/xCYEtpiH3t— एएनआई (@ANI) 19 जुलाई, 2024
सरकार ने दिया ये प्रस्ताव
इससे पहले सरकार की ओर से गणतंत्र की ओर से सहयोगियों से बातचीत के लिए बुलाया गया था। इस बातचीत में अजय कुमार सिंह ने सहायक कर्मचारियों के लिए संविदा भर्ती में रात्रिभोज और 20 वेतन प्रतिशत पैकेज का प्रस्ताव दिया। 9 अगस्त के साथ खत्म हो रहे कॉन्ट्रैक्ट को भी एक साल की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है। अब बॉल असिस्टेंट के पाले में है और उन्हें तय करना है कि वे अपना आंदोलन खत्म कर देंगे या इसे आगे भी जारी करेंगे। एडीजी हेडक्वॉर्टर आमिर आमिर ने बैठक के बाद कहा कि अगर सहायक सहायक अपना धरना प्रदर्शन करते हैं तो सोलोमन तरीकों से खत्म कर देते हैं तो उनकी मांगें जल्द ही मान ली हैं।
एक वर्ष तक सेवा विस्तार का उल्लसित
वहीं, झारखंड सरकार ने एक साल तक सेवा विस्तार का वादा करते हुए बिना किसी सहायक सहायक पुलिस के आंदोलन को समाप्त करने की अपील की। ये सहायक उपकरण विभाग में सीधी भर्ती के साथ ही उनकी मशीन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज कुमार आमिर ने कहा, हमने उनके सहायक को सलाह दी है कि उन्हें पुलिस विभाग के विभिन्न नियुक्तियों में छूट दी जाए। उन्हें साजो-सामान, निजीकरण, जेल सैनिकों और बेरोजगारों में भर्ती करने के लिए आवेदन करने पर समय, आयु और अन्य रियायतों में छूट मिलती है।