सावधान! साइबर ठगों की नई चाल, शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए फ्रॉस्ट कॉल, BPSC ने जारी किया ऑनलाइन नंबर
दर. बिहार में नई तरह की फर्ज़ी दुकान सामने आई है। अब बिहार लोक सेवा आयोग के नाम पर ठगों को फोन कर अपने ठगने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में कई बैंकों के आने के बाद आयोग में सक्रियता आ गई और उन्होंने मोबाइल फोन नंबर जारी कर दिया।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों को फर्जी फोन कॉल आ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से बिहार में शराब समेत कई उत्पाद घोटाले के ऐसे कई मामले सामने आए हैं. झा कॉल करने वाले खुद को बीपी अधिकारी अधिकारी लोन वसूली की कोशिश कर रहे हैं। आदिवासियों का कहना है कि कॉल करने वालों के पास अपना सारा डेटा होता है, जिससे उन्हें विश्वास हो जाता है कि कॉल आयोग से ही है। बढ़ते मामलों को देखते हुए लोक सेवा आयोग ने एक हेल्प लाइन नंबर जारी किया है। साथ ही यात्रियों से सावधान रहने की अपील भी है।
50 हजार से 2 लाख रुपए तक की मांग
बीपीएससी के तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा समाप्त हो गई है। अभियार्थी रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। इस बीच कई छात्रों को ऐसे फोन कॉल आ रहे हैं जो खुद को बीपी अधिकारी अन्य रिजल्ट में पास के नाम पर पैसे मांग रहे हैं। विद्यार्थियों को यह विश्वास इसलिए हो जाता है क्योंकि जालसाजों के पास उनका नाम, माता-पिता का नाम, पता, जन्मतिथि जैसी पूरी निजी जानकारी सही है। जालसाज का कहना है कि कुछ नंबर कम होने के कारण उनका सिलेक्शन नहीं हो सकता है। फिर पास के नाम पर 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपये तक की मांग करते हैं.
बीपीएससी ने एक मोबाइल नंबर जारी किया
जलसाजों के पास उनका सारा डेटा है। वो फ़ोन करके नाम, पता, विषय जैसी सारी जानकारी एक दम सही शिक्षक हैं। इतना ही नहीं उस कंपनी ने पहली पसंद का जिला क्या भरा है, यह भी जानना उनके पास है। यह मामला काफी दिनों से बढ़ रहा था। बिहार के कई आदर्शों से इसकी शिकायत मिल रही थी। बीपीएससी ने एक मोबाइल नंबर जारी किया है। आयोग ने कहा है कि अगर किसी भी निवेशक को ऐसा कोई कॉल या संदेश आता है तो वह मोबाइल नंबर 8986422296 पर कॉल कर सूचना दे।
सावधान रहने की अपील
आयोग ने घोड़ों को ऐसे फ़र्ज़ी कॉल से सावधान रहने की सलाह दी है। साथ ही, चेतावनी दी गई है कि यदि कोई भी छात्र या अभिभावक इस तरह का लालची ज्ञान देता है या इस तरह की अफवाह फैलाता है तो उसे आयोग के सभी विश्वविद्यालयों से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। परीक्षण में लालची नेताओं के खिलाफ दावा करने वालों के परीक्षण ऑपरेशन अधिनियम 1981 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
आयोग अध्यक्ष का बयान
इस मामले में बीपी के अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार ने कहा है कि इस तरह से फोन कॉल करने से बचना चाहिए। ऐसी शिकायत आ रही है कि ये सब साइबर माफिया कर रहे हैं. इससे ईबे को बचाया जाना चाहिए।
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पहले प्रकाशित : 31 जुलाई, 2024, 20:03 IST