क्राइम

एयरपोर्ट: पेटेंसी ने बताई टेढ़ी हरसत, पति ने खर्च कर दिया ₹60 लाख, मेकअप से बनी ऐसी परेशानी, दोनों के पास ठहरे स्टार्स

आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस: एक शख्स ने अपनी पत्नी की हसरत को पूरी तरह से चकमा देकर पानी की तरह बहा दिया। करीब 60 लाख रुपये खर्च करने के बाद जब हरसत पूरी का मौका आया तो मेकअप ने बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी। हालात यहां तक ​​पहुंचे कि पति और पत्नी को पहले लंबी पूछताछ का सामना करना पड़ा और फिर दोनों को कुछ समय के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। जी हाँ, यह चचेला के इंदिरा गांधी अंतरराज्यीय हवाई अड्डा का है।

22 साल की उम्र में लखनऊ के पर्ल नगर में रहने वाली रिहायश कौर ने जिद पकड़ ली थी कि वह किसी भी कीमत पर लखनऊ में नहीं रहते हैं। जिद सिर्फ लखनऊ में न रहना तक सीमित था, तब भी उनके पति गुरुसेवक के लिए ठीक था, लेकिन जिद की अगली शर्त यह थी कि वह भारत के किसी भी गांव, कस्बे और शहर में नहीं रहें। प्रेरणा कौर की हरसत कनाडा में बसने की थी और उसने यह हसरत अब खोलकर अपने पति गुरुसेवक को अपनी बताई थी।

अपनी पत्नी की हरसत के दर्शन के बाद गुरुसेवक के स्वप्न में भी अब कनाडा आना लगा था। कल तक पटनी की जिद अब गुरुसेवक की भी हरसत बन गई थी। अब साझीदार यह था कि कनाडा में बसा कैसे जाए। कोशिशों के बावजूद गुरुसेवक और कनाडा में प्रवेश का स्वामी का मिलन नहीं हुआ, जिसके बाद नाइजीरिया के नाइजीरियाई रास्ते से कनाडा जाने का निर्णय लिया गया। इसी बीच, गुरु सेवक और दीक्षा की मुलाकात दोस्ती के साथ जगजीत सिंह नी जगगी से हुई।

आईजीआई एयरपोर्ट की शौक़ीन उषा रंगनानी ने बताया कि जग्गी ने दो ऐसे पासपोर्ट में 60 लाख रुपये का निवेश किया था, जिसमें कनाडा का मास्टरमाइंड लगा था। पहले पासपोर्ट में 67 साल के हर वकील सिंह और दूसरे पासपोर्ट में हरजीत कौर का नाम जारी किया गया था। लेकिन यहां खतमा नहीं हुई थी। पासपोर्ट में हर वकील सिंह की उम्र 67 साल थी, जबकि गुरुसेवक की उम्र कुल जमा 24 साल थी। अब 43 साल के इस अंतर को कैसे पता चला।

यह भी पढ़ें: सिर्फ 10 प्राचीन काल में बदल गई डायरिया की नियति, फ़्रॉम फ़्रैंचाइज़ पर हुआ राज़निवेश का प्रभाव, अब नतीजा सबके सामने… इंदिरा गांधी इंटरनैशनल एयरपोर्ट टर्मिनल वन डी की छत पर जाने के बाद अतीत में कई चीजें सामने आना शुरू हो गई हैं। इन बातों में एक बात है हवाईअड्डे के प्रमुख विमान 2006 की भी। यह कहा जाता है कि एक हवाई अड्डे के सबसे बड़े हवाई अड्डे का सपना देखा गया था। समय के साथ, डायल का मन बदलता गया और इस प्लैन से एक-एक करके कई प्रमुख सिद्धांत सामग्री गायब हो गईं। डायल का असल मकसद 2017 में माँ मदरटार प्लैन 2016 के रूप में सामने आया और इस माँ मदरटार प्लायन को देखकर सभी चौंक गए। 2006 के मदरसा प्लानान में शुरूआत हुई थी और 201 के मामातार प्लानन में दाखिला हुआ था, जानने के लिए :.

चिंतक ने बताया कि उम्र के इस अंतर को जानने के लिए गुरुसेवक ने फिलीफ के एक कलाकार की कलाकृति की खोज की। खूबसूरत कलाकारी कलाकार भी जबरदस्ता था, वह भी गुरुसेवक को 67 साल का बना दिया। इसके बाद, आश्रम और गुरुसेवा हवाई अड्डे तक पहुंच गए। यहां पर दोनों ने एक दूसरे से कुछ नहीं बनाया था। हवाईअड्डे पर जुर्माना होता समय सीआईएसएफ जासूस की नजर गुरुसेवक पर अंकित किया गया। बातचीत के दौरान गुरुसेवक की आवाज और चेहरे की खाल ने सीआई एसएफ के शक को पूँछ कर दिया।

इसी बीच, गुरुसेवक को सीआईएसएफ के स्टॉक में फंसता हुआ एयरपोर्ट से भाग खड़ा हुआ। कुछ देर की पूछताछ के बाद सीआईएसएफ ने गुरुसेवकों से एयरपोर्ट पुलिस की पूछताछ की। वहीं पुलिस की पूछताछ के दौरान जब अभिषेक का नाम सामने आया तो उसे भी एयरपोर्ट के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान, गुरुसेवक और अनुचर ने एक बार जब उनसे बातचीत की तो एयरपोर्ट पुलिस भी हैरान रह गई।

टैग: एयरपोर्ट डायरीज़, एयरपोर्ट सुरक्षा, सी आई एस एफ, दिल्ली हवाई अड्डा, दिल्ली पुलिस, आईजीआई हवाई अड्डा

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *