नौकर में रह रही लड़की, रात को पहुंचा माउवी का बेटा, अलग हाथ में इंजेक्शन था, बैचलर
बिजनौर. यूपी के मदरसा में मदरसे के एक स्टूडियो को हवस का शिकार बनाया जा रहा था। इस पूरे स्कैंडल का खुलासा उस वक्त हुआ जब कैटरीना का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में मदरसे के मास्टरमाइंड में रह रही मदरसा के मुखिया मौलवी के बेटे पर जमीन हड़पने और इंजेक्शन लगाने का आरोप है। अंडमान मदरसे के डॉक्टर और माता-पिता के बेटे-बेटियाँ हैं।
न्यूज 18 पर खबर लाइव है पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई जारी की है. रेस्टॉरेंट से सटे गांव बुरहानुद्दीनपुर में मौजूद मदरसा जामियातुल बनात, जो पिछले 2005 से शुरू हो रहा है। मदरसा चर्चा में वो वक्त आया जब मदरसे के किरदार में कई साल से राह रही, 14 साल की मदरसे में मदरसे में बाकी ही अरब मौलियत के कोर्स की पढ़ाई कर रही थी। मासूम छात्र छात्र वर्ष 2019 में मदरसे में अरबी पाठ्यक्रम की पढ़ाई कर रही थी। हालाँकि विक्टिम ऑर्केस्ट्रा की पढ़ाई चार साल भी पूरी हो गई थी।
पीड़ित शूटर ने वायरल वीडियो में आरोप लगाया है कि मदरसे के सरगना मौलवी शाहनवाज के बेटे हसन नी कल्लू ने रात के वक्त मेरा हाथ पकड़ कर मेरे साथ गलत इरादे से पर्दा उठाया था। हालाँकि, दुर्घटना के समय उनका जनरल इंजीनियर बीमार भी था, लेकिन जालिम मौलवी के बेटे जल्लाद का ज़रा भी दिल नहीं पसीजा था, लेकिन इंजीनियर में कोई इंजेक्शन भी नहीं लगा था, उसके बाद हसन नी कल्लू ने खराब नियत से इंजीनियर के साथ मिलकर नवीन कर नोचने की कोशिश की। की.
अब्दुल्ला, इस मदरसे के पिता में रह रही 200 वर्ष की मदरसा से अपनी बच्ची को अपने घर ले जाने लगे हैं। मदरसे के तानाशाह का कहना है कि मदरसे को बदनाम करने की नियत से बेफी जूल मामले को उछाला जा रहा है, पूरा कांड फर्जी है। अंतिम संस्कारकर्ता मदरसा को पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया। मासूम हसन के खिलाफ दर्ज की गई कार्रवाई की जा रही है।
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पहले प्रकाशित : 7 अगस्त, 2024, 23:56 IST