24 बार पुलिस को दी चुनौती, फिर…
दिल्ली पुलिस: करीब 24 साल का एक युवा, जब भी डॉक्युमेंटिक कूकिटिक लेकर फादर, किसी न किसी इलाके में ओलामा मचाकर ही लौटा था। पुलिस-प्रशासन से बेख़ौफ़ इस युवा की हिम्मत बढ़ी थी कि एक छोटी सी अवधि में 24 बार पुलिस को सीधी चुनौती दी गई थी। इसके दुस्साहस के कारण यहाँ तक की स्थितियाँ यहाँ तक पहुँच गईं कि वेस्टन्स के डेर से दक्षिण अफ्रीका के सहयोग से इलाक़े में अशांति का माहौल बन गया था। इसी बीच एक छोटी सी गलती हुई कि वह दक्षिण जिला पुलिस के जाल में फंस गई।
काउंट अमित चौहान ने बताया कि कालकाजी इलाके में रहने वाले एक पीड़ित युवक ने मदनगिरी पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में शक ने बताया कि 9 अगस्त की दोपहर करीब 4.30 बजे वह खाना खाने के बाद कालकाजी स्मारककूल के पास टहलने के लिए गया था। इसी बीच दो युवा छात्र-छात्राएं कूडि से आए और उनका मोबाइल छीन कर चोरी हो गए। किसानों की याचिका के आधार पर मदन गीर पुलिस प्रमाणन ने भारतीय न्याय संहिता की विभी प्रवाह धारा के तहत मामले की जांच शुरू कर दी है।
जीतो अमित चौहान के, इलाके में लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए मदनगीर गरीब के नेत्री सिद्धांतों में एक प्रतिष्ठित पेशेल टीम का गठन किया गया। मामले की जांच में यूनिवर्स की जगह पर सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू हो गई। एक लंबे आश्रम के बाद पुलिस ने एक ऐसे साक्षियों की तलाश में सफलता हासिल की, जिसमें बरामदे की टिकटें सवार नजर आ रही थीं। जांच के दौरान पता चला कि दुनिया भर में मूर्ति की चोरी की गई थी। इसके बाद युवाओं की पहचान के लिए पार्टिसिपेटरी पुलिस को सक्रिय कर दिया गया।
वहीं, डॉजियर की मदद से वसीयत को अंजाम देने वाले इस बदमाश की पहचान भी कर ली गई। लेकिन, हथियारों के हमले के बावजूद वह पुलिस के हाथ नहीं लग रहा है। इसी बीच पुलिस को झपटमारी के चीने गए एक मोबाइल की सुई मिल गई। इसी प्रयास की मदद से पुलिस इस बदमाश तक पहुंचने में सफल रही। आखिरकार इस बदमाश को पुलिस ने मुजफ्फरनगर बेरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। अपराधी के बाद की पहचान मोनिस नी मोनू नी लाला के रूप में हुई है। पूछताछ में, अमूर्त ने 24 विश्वविद्यालयों का खुलासा किया है।
पहले प्रकाशित : 15 अगस्त, 2024, 18:34 IST