बिहार

चालीस दिन में तैयार होती है ये फसल, रेतीली जमीन में भी बंपर उपज, कमाई के साथ सेहत भी मजबूत-चालीस दिन में तैयार हो जाती है ये फसल, रेतीली मिट्टी में भी देती है बंपर पैदावार, सेहत को देगी जबरदस्त फायदे

जमुई. कृषि क्षेत्र में किसानों को हमेशा नई और खेती की तलाश रहती है। किसान अक्सर ऐसी फसल की खेती करना चाहते हैं, जो उन्हें कम समय में अच्छा लगता है। आज हम आपको एक ऐसे ही फल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 40 से 60 दिनों में ही शानदार खुलासा कर सकता है। हम बात कर रहे हैं शलजम की, जो न केवल कम लागत वाली लागत है, बल्कि इससे कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। आप इस जगह से दो महीने में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, साथ ही इसके सेवन से स्वस्थ भी बन सकते हैं। अगर आप भी शलजम की खेती करना चाहते हैं, तो आपको इसकी खेती से जुड़े हर सवाल का जवाब दिया जा रहा है।

शलजम की खेती के लिए देखें कैसी जमीन
कृषि वैज्ञानिक रामानंद कुमार की सलाह तो शलजम की खेती के लिए सबसे मूल्यवान मिट्टी, दोमट या बल रेतीली होती है। यह मिट्टी शलजम की जड़ों को अच्छा समर्थन प्रदान करती है, जिससे फसल की वृद्धि और गुणवत्ता में सुधार होता है। खेत की तैयारी के दौरान गहरी जुताई की अत्यंत आवश्यकता है, जिससे पुराने लीआम के प्लांट समाप्त हो जाएं और नए इंजीनियरों को अच्छा माहौल मिले। इसके बाद, बीज की वसीयत में 20 से 25 की दूरी तय की जाती है, जिससे स्थिरता को जगह मिलती है।

शलजम एक अद्वितीय जलवायु की फ़सल है, और इसके लिए 12 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान अनुकूल होता है। शलजम की फसल 40 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है। विशेष रूप से पूसा स्वीटी और पूसा कंचन जैसे बर्तन 45 से 50 दिन में तैयार हो जाते हैं, जबकि अन्य सॉसेज को 50 से 60 दिन में तैयार किया जा सकता है। आप अगस्त महीने में भी इसकी खेती कर सकते हैं.

स्नातक और गुर्दे की बीमारी के लिए होता है
कृषि वैज्ञानिकों की राय तो शलजम की खेती से किसानों को अच्छा रिव्यु मिल सकता है क्योंकि बाजार में शलजम की कीमत 2200 रुपये प्रति औसत के आसपास है। इससे किसानों को काफी लाभ प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा, शलजम का सेवन स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। इसमें मौजूद पोषक तत्त्व ब्लड प्लाज़्मा को नियंत्रित करना, हृदय के ऊतकों को राहत देना, फेफड़ों को मजबूत बनाना, और बढ़ना और गुर्दे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करना है। तो, यदि आप कम लागत में उच्च लाभ की तलाश में हैं, तो शलजम की खेती एक आदर्श विकल्प हो सकती है। इसके साथ ही, स्वास्थ्य लाभ की दृष्टि से भी यह एक बेहतरीन चयन हो सकता है।

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