मध्यप्रदेश

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इंदौर. मध्य प्रदेश का दिल कहलाने वाले से इंदौर में अनोखा नजारा देखने को मिला। जो भाई बहन के अनोखे और निस्वार्थ ग्रुप के साथी की। असली थाना संयोगितागंज में यूक्रेन के महल पर कुछ हटकर था। यहां सैकड़ों महिलाओं पर हमला तो था लेकिन उनका मकसद कोई विरोध प्रदर्शन या रिपोर्ट दर्ज कराना नहीं था, बल्कि टीआइ और पुलिस स्टाफ को राखी बांधना था।

संस्था के प्रभारी संयोगितागंज शशिथर पटेल ने बताया कि हमारे भाई की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। लगातार 8 साल से जिस भी स्टेशन में रह रहे हैं वहां राखी के दिन बड़ी संख्या में रक्षाबंधन के त्योहार समाज की बड़ी संख्या में भाईयों के साथ आए हैं। इस बार भी रक्षाबंधन का त्योहार हमारे लिए खास रहा। यहां सैकडो महिलाओं ने पुलिस विभाग के साथ मिलकर मनाया रक्षाबंधन।

यहां से शुरू हुई दुकानें
प्रभारी पटेल का कहना है कि बेहतर पुलिसिंग के लिए समाज से जुड़ना जरूरी है। समाज से जुड़ने के बाद संबंधित मामलों में पुलिस को मदद मिलती है। 2016 में राखी के दिन की छुट्टी नहीं मिली। देखा कुछ महिलाएं पूजा की थाली लेकर वहां से निकल रही हैं। पत्नी से कहा कि उदाहरण के लिए बुलाते हैं और बांसुरी बांधवा ले जाते हैं। यहां से ये रेस्तरां शुरू हुआ.

फिर एप्लाइक्स ग्रुप में यह संदेश पोस्ट किया गया कि महिला पुलिस को अपना भाई पहचान और राखी से जन्माष्टमी तक स्टेशन में बताएं मुझे राखी बांध सकते हैं। पहले स्कूल-कॉलेज की लड़कियाँ, इसके बाद अलग-अलग औरतें और फिर गाँव की औरतें मुझे राखी बांधने के लिए आती हैं। इसके बाद यह संख्या इतनी बढ़ गई कि महिलाओं को बाजार में बेचने के बजाय मैं ही गांव में बिक्री के लिए राखी बांधने लगा। इसके बाद यह कोचिंग का अहम हिस्सा बन गया। अधिकारियों ने भी इसमें दिशानिर्देश दिया और इस क्षेत्र में बहुत ही शांत अच्छा बना दिया।

300 से अधिक महिलाएं
डॉ. वंचना सिंह परिहार ने बताया कि महिला सुरक्षा की बात आती है तो पुलिस के बिना इस सुरक्षा की कल्पना भी नहीं की जा सकती। साथ ही महिला सुरक्षा के लिए समाज को भी परामर्श देना आवश्यक है। तीसरा हादसागंज, वन स्टॉप सेंटर ने संयुक्त रूप से गैर सरकारी संगठन और उच्च शिक्षा विभाग के साथ मिलकर रक्षाबंधन पर्व पर तीन हमारा भाई (पुलिस हमारा भाई) अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया।

300 से ज्यादा आदिवासियों ने टीआई पुलिस एवं स्टॉफ को राखी बांधी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भाईचारे का उत्साह देखते ही बनता था। सैकड़ों बहनों के हाथों में कुमकुम, राखी, दीपक की थाली लेकर थाना संयोगितागंज तक रैली के रूप में सूपां, जहां सैनिकों द्वारा सैनिकों का स्वागत किया गया और सभी बहनों के साथ मिलकर राखी का पर्व मनाया गया। यहां नारी सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण सुरक्षा का वचन लिया गया।

टैग: इंदौर समाचार, लोकल18, एमपी समाचार, रक्षाबंधन

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