बदलावपुर में तटबंध से बदसालूकी पर बढ़ा हुआ लाठीचार्ज
महाराष्ट्र के त्रिपुरा जिले के अंबालापुर के एक स्कूल में दो बच्चों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना सामने आने के बाद पूरे शहर में बवाल मच गया है। बड़ी संख्या में उग्र लोगों ने बदलापुर स्टेशन पर प्रदर्शन किया और रेलवे ट्रैक पर कब्ज़ा कर लिया। सुबह से ही प्रदर्शन की वजह से इस रूट पर स्टॉक का स्टॉक रुका हुआ है। रूट खाली करने के लिए पुलिस ने जब दल-बल के साथ गठजोड़ किया तो रूट खाली कर दिया। इसके बाद पुलिस ने वहां लाठीचार्ज कर दिया।
पुलिस ने अब जानकारी दी है कि किस तरह से बदलापुर में रेलवे ट्रैक खाली कराया गया है। यानी अब इस रूट पर सुपरमार्केट का पोर्टेबल स्टॉक शुरू हो गया है। इस बीच, महाराष्ट्र के डेवलेवलेंडर ने कहा है कि अंबेडकरपुर में एक महिला अधिकारी बोल्ट के साथ कथित तौर पर जुड़ी दो लड़कियों की घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा के महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया है।
उन्होंने कहा, “हमारा प्रयास है कि इस घटना की जल्द से जल्द जांच की जाए। हम इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करना चाहते हैं और मामले को सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाना चाहते हैं।”
फोटोग्राफर ने कहा, ”हमारा पुलिस विभाग इस तरह की बर्बरतापूर्ण और घटिया कृतियों के लिए तुरंत सजा का पूरा प्रयास करेगा।” ऐसे में इस मुद्दे पर कथित तौर पर राजनीतिकरण करने के लिए राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र अथॉरिटी) की कार्यकारी अध्यक्ष प्रिया सुले और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना।
दूसरी ओर, महाराष्ट्र क्षेत्र में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया कि बदलापुर के एक स्कूल में यौन उत्पीड़न की शिकार बच्ची के माता-पिता के खिलाफ 11 घंटे तक थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। नेता कांग्रेस ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि छात्रा ने स्कूल के अंदर कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की घटना को अंजाम दिया, कोलकाता के एक अस्पताल में डॉक्टर से बलात्कार और हत्या की घटना भी बड़ी है, जो राष्ट्रीय जन्म हुआ है.
वडेट्टीवार ने कहा, ”साधे तीन साल की बच्ची और चार साल की एक बच्ची का प्रचार किया गया और थाने में जब उन्होंने (अभिभावक) शिकायत दर्ज कराई तो उन्हें 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा…क्या कोई छूट है? मैंने पुलिस कमिश्नर से बात की और कहा कि इस देरी के लिए जिम्मेदार महिला पुलिस अधिकारी को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए। कि मुख्यमंत्री और कागजात वर्तमान मामले में चुप क्यों हैं।
बता दें कि ठाणे के परिवर्तनपुर में स्थित आदर्श विद्यालय में पढ़ने वाली दो बहनों के साथ स्कूल के ही एक सफाई कर्मचारी ने बच्चों की हत्या कर दी थी। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक यह घटना 13 अगस्त सुबह 9 से 12 बजे के बीच की है। इसके बाद 16 अगस्त को स्कूल जाने से मना कर दिया गया। वो काफी डरी हुई थी। इस घटना से गुस्साए लोग स्कूल के सामने मंगलवार को प्रदर्शन कर रहे थे। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और पूरे शहर में लोग बैनर-पोस्टर लेकर सड़कों पर उतर आए। इसके बाद लोगों ने रेलवे स्टेशन का टर्मिनेशन शुरू कर दिया। जहां पुलिस के साथ बिजनेसमैन भी हुए हैं।