राष्ट्रीय

मलेशियाई PM अनवर इब्राहिम ने जाकिर नाइक पर तोड़ी चुप्पी, बोले- भारत के खिलाफ…

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम भारत के तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इस दौरान, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी समेत कई अन्य से मुलाकात की। अनवर इब्राहिम ने अपने भारत दौरे के दौरान विवादास्पद इस्लामिक स्कॉलर जाकिर नाइक को लेकर भी बात की और कहा कि जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण के लिए भारत के अनुरोध पर किसी भी सबूत के लिए तैयार हैं। एक इंटरव्यू में मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर ने कहा कि मलेशिया में जाकिर नाइक ने भारत के खिलाफ कुछ भी ऐसा नहीं कहा है, जोकि विवादास्पद हो।

‘इंडिया टुडे’ को दिए इंटरव्यू में मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा, “जब तक जाकिर नाइक समस्याएं पैदा नहीं करता या सुरक्षा को खतरा नहीं पहुंचाता, तब तक हम इस मामले को यहीं रहने देंगे। लेकिन हम भारत द्वारा कानून के तहत उसे प्रत्यर्पित करने के लिए दिए जाने वाले किसी भी सबूत के लिए तैयार हैं।” मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने उनकी बैठक के दौरान जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया था। मुंबई में जन्मा जाकिर नाइक नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के बीच साल 2016 में भारत से भाग गया था। मलेशिया की पिछली महाथिर मोहम्मद सरकार ने जाकिर नाइक को मलेशिया में स्थायी निवास की अनुमति दे दी थी। जाकिर के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को भारत में बैन किया जा चुका है।

मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे पर कोई भी बात नहीं की और इसे पूरी तरह से भारत का घरेलू मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, “हमने कश्मीर पर कोई खुला रुख नहीं अपनाया है। हमें शांति और सुरक्षा की जरूरत है और हमें तनाव कम करने की जरूरत है।” वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके मलेशियाई समकक्ष अनवर इब्राहिम के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों पर गहन बातचीत के बाद भारत और मलेशिया ने मंगलवार को फैसला किया कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को समग्र रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाएंगे। दोनों देशों ने कम से कम आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें से एक मलेशिया में भारतीय श्रमिकों की भर्ती को बढ़ावा देने तथा उनके हितों की सुरक्षा से संबंधित समझौता है।

पीएम बनने के बाद इब्राहिम का पहला भारत दौरा

इब्राहिम तीन दिवसीय भारत दौरे के तहत सोमवार रात दिल्ली पहुंचे। यह बतौर प्रधानमंत्री उनका पहला भारत दौरा है। इस दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया के लिए जारी बयान में कहा, ”हमने भारत-मलेशिया साझेदारी को समग्र रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि कामगारों के रोजगार पर समझौते से भारतीयों की भर्ती को बढ़ावा मिलेगा तथा उनके हितों की सुरक्षा भी होगी। भारत-मलेशिया आर्थिक संबंधों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार रुपये और मलेशियाई मुद्रा रिंगित में किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ”हमारा मानना ​​है कि आर्थिक सहयोग में अब भी काफी संभावनाएं हैं। द्विपक्षीय व्यापार और निवेश का विस्तार किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, ”हमें सेमीकंडक्टर, फिनटेक, रक्षा उद्योग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और क्वांटम जैसे नए तकनीकी क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए। हमने भारत और मलेशिया के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते की समीक्षा में तेजी लाने पर जोर दिया है।”

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *